सिडनी (रॉयटर्स)। अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया भी पश्चिमी यरुशलम को इजराइल की राजधानी मान लिया है। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शनिवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया मिडिल ईस्ट पॉलिसी को खारिज करते हुए औपचारिक रूप से पश्चिम यरुशलम को इजराइल की राजधानी के रूप में मान्यता देता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि तत्काल प्रभाव से ऑस्ट्रेलिया के दूतावास को वहां शिफ्ट नहीं किया जायेगा। स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि फलस्तीन व इजराइल के बीच समझौता होने के बाद यरुशलम में दूतावास बनाने पर निर्णय लिया जाएगा। तब तक के लिए वहां व्यापार और रक्षा कार्यालय खोले जाएंगे। बता दें कि फिलहाल, ऑस्ट्रेलिया का दूतावास तेल अवीव में स्थित है, वहीं से सारे काम-काज होते हैं।

हुई थी अमेरिका की आलोचना
बता दें कि अमेरिका ने दिसंबर 2017 में पश्चिमी यरुशलम को इजराइल की राजधानी घोषित करने के बाद इस साल मई में वहां अपना दूतावास शिफ्ट करने का ऐलान कर दिया था। इस फैसले से इजराइल के लोग जहां बहुत खुश हुए, वहीं इससे फलस्तीनी और अरब देशों के बीच काफी नाराजगी देखी गई। इस फैसले को लेकर गाजा पट्टी पर भारी संख्या में फलस्तीनियों ने प्रदर्शन किया था, जिसमें करीब 62 लोगों की मौत हो गई थी। अरब देशों ने अमेरिका के इस कदम की तीखी आलोचना भी की थी। अमेरिका के नक्शे कदम पर चलते हुए ऑस्ट्रेलिया ने बीते अक्टूबर में पश्चिमी यरुशलम को इजरायल की राजधानी मानने की बात कही थी। इस पर ऑस्ट्रेलिया को मुस्लिम बहुल देश जैसे इंडोनेशिया, मलेशिया आदि के रोष का सामना कर पड़ा था। अरब देशों का कहना है कि इससे पश्चिम एशिया में हालात बिगड़ जाएंगे।

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