23 दिनों में पूरा होगा टारगेट
ब्रिगेडियर विलियम सावेरी (52) ने 23 दिनों में 14,600 पुश-अप्स का टारगेट रखा है. 1994 में भारत के प्रतिष्ठित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में सोवरी की दोस्ती मेजर मोहित विग से हुई थी. यहां उन्हें एक साल के लिये प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था. तब ऑस्ट्रेलियाई सेना में सोवरी एक युवा मेजर थे. इस दौरान दोनों के परिवार काफी करीब आ गये. इसके बाद सोवरी ऑस्ट्रेलिया लौट गये और मेजर मोहित की कश्मीर घाटी में तैनाती हो गई.

शहीद हुये मेजर
दरआल कुछ दिनों बाद सोवरी अपने देश लौट गये और मोहित को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के अभियान में कश्मीर में तैनात किया गया. 4 जून 1997 को गश्त के दौरान हुये एक बारूदी सुरंग विस्फोट में मोहित और उनके तीन साथी सैनिक शहीद हो गये. मोहित के परिवार में पत्नी टीना और दो छोटे बच्चे जौरावर और फतेह रह गये.

पुश-अप्स फॉर फतेह अभियान
सोवरी के ऑस्टेलिया वापस चले जाने के बाद काफी दिनों तक दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकी. हालांकि कुछ साल पहले फेसबुक की मदद से सोवरी ने विग परिवार को खोज निकाला. तब उन्हें पता चला कि विग का छोटा बेटा फतेह जन्म से स्पाइना बाइफिडा नामक बीमारी से पीडि़त है. यह रीढ़ की एक दुर्लभ बीमारी है. सोवरी ने बताया, ‘मुझे टीना का एक पत्र मिला और मुझे अभी भी वो सदमा याद है जब टीना ने कहा कि मोहित की मौत हो चुकी है. ’ उन्होंने बताया कि वह विधवा पेंशन से फतेह का उपचार करा रही है.  तब उन्हें दोस्त के बेटे की मदद के लिए धन जुटाने का ख्याल आया और इसके लिए उन्होंने अनोखा तरीका अपनाया. सोवरी ने धन जुटाने के लिए पुश-अप्स फॉर फतेह अभियान शुरू किया है.

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