- 2 किमी के ही ले लेते हैं 10 रुपए

BAREILLY:

शहर में मनमाना किराए को लेकर ऑटो चालकों की दादागिरी जारी है। स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) ने जो किराया तय कर रखा है, चालक उससे कहीं अधिक किराया यात्रियों से वसूल रहे हैं। चालकों ने ऑटो में फेयर लिस्ट भी चस्पा नहीं लगाई है। जिस वजह से वह जो भी मांगते हैं, उसे यात्री दे देते हैं। आरटीओ स्तर से भी सख्ती नहीं हो रही है। अधिक किराया वसूलने के मामले में शिकायत के बावजूद जिम्मेदार अनदेखी किए हुए हैं।

ऐसे होता िकराया तय?

स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) पूरे प्रदेश के लिए ऑटोरिक्शा (जो एक कॉन्ट्रैक्ट कैरियर है) का किराया तय करती है। इसके लिए फेयर मीटर होना कानूनी अनिवार्य है।

कितना है किराया है?

पहला किमी-6.39 रुपए

इसके बाद- 3.04 रुपए/ 500 मी।

ऑटो में तीन से ज्यादा सवारी नहीं बैठाई जा सकती।

लेकिन हो क्या रहा है?

मनमाने ढंग से कुछ स्पॉट्स के बीच 10-15 रुपए प्रति सवारी के हिसाब से किराया वसूला जा रहा है। एक राउंड में 7 से 8 सवारी बैठा रहे हैं। उदाहरण-सैटेलाइट बस स्टेशन से डोहरा मोड़ तक 10 रु/ सवारी और ऑटो बुक करने पर 50 रुपए वसूला जा रहा है।

नहीं लगाते हैं फेयर मीटर

ऑटो खरीदते समय एजेंसी से फेयर मीटर भी दिया जाता है। मीटर का नंबर ऑटो के कागजों पर लिखा रहता है, बिना मीटर नंबर के परमिट नहीं बनाया जा सकता है। लेकिन ऑटो चालक फेयर मीटर नहीं लगाते हैं। कागज पर लिखे नंबर के आधार पर ही हर साल ऑटो की फिटनेस आरटीओ करता रहता है।

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एसटीए ने जो फेयर तय किए हैं, उसी के अकॉर्डिग चालकों को किराया लेने का हक है। चालकों को ऑटो बुक करके चलने की परमिट होती है। चूंकि ऐसा सम्भव नहीं हो पाता है, तो जो किराया हुआ वह वाहन में सवार सभी यात्रियों से बराबर ले।

आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन