मथुरा। थाना जमुनापार के गांव मावली के एक किशोर की गोली मारकर हत्या कर दी गई और शव को राया रोड स्थित रावत धर्मकांटे के पीछे स्थित रेलवे ट्रैक के पास जंगल में फेंक दिया गया। शनिवार सुबह पता चला तो परिजनों ने मौके पर पुलिस के विरोध में जमकर हंगामा किया और राया-मथुरा मार्ग पर जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन एसपी देहात द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिए जाने के बाद ही शव को मौके से उठने दिया।

गांव मावली निवासी 17 वर्षीय गिरीश पुत्र राजन सिंह सीएनजी टेंपो का चालक है, वह रात को टेंपो चलाता था। शुक्रवार दोपहर को वह घर से निकला था, इसके बाद वह घर नहीं लौटा, देर रात को ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार सुबह गिरीश का शव रावत धर्मकांट के पीछे स्थित रेलवे ट्रैक के निकट जंगल में मिला। कुछ ही देर में यह सूचना आसपास के क्षेत्र में फैल गई। मावली के कुछ लोग मौके पर आए और उन्होंने शव की शिनाख्त गिरीश के रूप में की। इसके बाद तो गांव मावली के सैकड़ों लोग आ गए। मौके पर गिरीश का टेंपो भी मिल गया। इधर, सूचना पर थाना जमुनापार, राया, महावन की पुलिस के साथ एसपी देहात अजय कुमार और सीओ महावन अजय कुमार पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात की, आक्रोशित ग्रामीण पुलिस के विरोध में हंगामा करने लगे। राया-मथुरा मार्ग पर जाम लगाने पर आमादा हो गए और आरोपियों को नामजद करने की मांग पर अड़ गए, जबकि पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा देती रही। आखिर में पुलिस ने गांव के ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया, तब जाकर ग्रामीण माने। परिजनों ने हत्या का कारण रंजिश होना बताया है। एसएसपी डॉ। राकेश सिंह ने बताया कि पीडि़त पक्ष की तहरीर पर गांव के ही नरेश, नागेश, अनिल, राजपाल आदि को नामजद किया गया है।

पीठ में छेद, सीने का हिस्सा गायब

मृतक गिरीश की पीठ में एक तरफ छेद है, जबकि इसके विपरीत सीने का एक भाग गायब है। इससे आशंका जताई जा रही है कि गोली पीछे से मारी गई है। कुछ लोगों का अनुमान है कि हत्या के बाद किशोर का दिल निकाला गया है। क्योंकि तमंचा की गोली से सीने का एक भाग गायब नहीं हो सकता है। हालांकि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार करती रही।

33 साल पहले हुई थी बाबा की हत्या

मावली गांव के मृतक गिरीश के बाबा की वर्ष 1982 में हत्या कर दी गई थी, तभी गांव में रजिश का माहौल चला आ रहा है। गिरीश की हत्या को भी इसी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।