-पब्लिक की सिक्योरिटी के लिए ऑटो ड्राइवर्स को दिए गए हैं आईकार्ड

-बरेली में 3250 ऑटो हैं रजिस्टर्ड, सिर्फ 10 परसेंट को ही मिले कार्ड

BAREILLY: लाल फाटक के पास इंजीनियर की टीचर पत्नी से रेप की कोशिश और लूट की वारदात के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने पैसेंजर्स की सिक्योरिटी के ऑटो ड्राइवर्स को आईकार्ड बांटने की प्लानिंग की थी। एक महीने की हीलाहवाली के बाद कार्ड बने और 164 ऑटो ड्राइवर्स को पुलिस लाइंस में एसएसपी जोगेंद्र कुमार के हाथों आईकार्ड भी वितरित किए गए, लेकिन उसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में चला गया और पैंसेजर्स की सिक्योरिटी के दावे हवा हवाई साि1बत हुए।

723 ऑटो ड्राइवर्स के खिंचे फाेटोग्राफ

बरेली में 3250 ऑटो रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा अवैध रूप से भी करीब डेढ़ हजार ऑटो चल रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस ने आरटीओ के साथ मिलकर सभी रजिस्टर्ड ऑटो ड्राइवर्स का आईकार्ड बनाने की तैयारी की थी। सैटेलाइट पर एक सप्ताह कैंप लगाया गया था। यही नहीं ऑटो ड्राइवर्स को वर्दी पहनने के भी सख्त निर्देश दिए थे। पैसेंजर्स ऑटो और ड्राइवर्स की आसानी से पहचान कर सकें इसके लिए ऑटो के अंदर और बाहर स्टीकर भी लगाने का प्लान था, जिसमें ऑटो का नंबर, ड्राइवर का नाम, ऑटो मालिक का नाम व अन्य डिटेल लिखी जानी थीं। कैंप के दौरान 723 ऑटो ड्राइवर्स के फोटोग्राफ भी खींचे गए थे। यही नहीं आरटीओ ऑफिस में प्रत्येक सप्ताह एक दिन कैंप लगाने की भी तैयारी थी।

ट्रैफिक पुलिस ने नहीं की चेकिंग

27 अप्रैल को पुलिस लाइंस में बड़ा प्रोग्राम रखा गया। इसमें एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने 40 ऑटो ड्राइवर को आईकार्ड वितरित किए। इसके अलावा 124 ऑटो ड्राइवर्स को भी कार्ड वितरित किए गए। इसके बाद एक महीने में कुल 309 ऑटो ड्राइवर्स को ही आईकार्ड वितरित किए गए हैं। अन्य ऑटो ड्राइवर्स के सिर्फ फोटोग्राफ ही क्लिक होकर रह गए हैं। आईकार्ड न बनने की वजह ऑटो ड्राइवर्स के पास कामर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस भी न होना है। ट्रैफिक पुलिस ने एक भी ऑटो पर कोई स्टीकर भी चस्पा नहीं किया है। ट्रैफिक पुलिस ने आईकार्ड बांटने के बाद सख्त लहजे में कहा था कि बिना आईकार्ड वाले ऑटो ड्राइवर्स के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जाएगा, लेकिन एक दिन भी अभियान नहीं चलाया गया, जिसकी वजह से सभी ऑटो ड्राइवर्स बिना आईकार्ड के घूम रहे हैं।

309 ऑटो ड्राइवर्स को आईकार्ड वितरित किए

723 ऑटो ड्राइवर्स के फोटोग्राफ लिए गए

3,250 ऑटो रजिस्टर्ड हैं बरेली में

1,500 अवैध ऑटो दौड़ रहे