-लिया जा रहा मनमाना किराया, मीटर का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में

-पांच passenger बैठाने का है नियम

-Fare fixation ना होने के कारचा कुछ ही distance पर बदल जाता है किराया

JAMSHEDPUR : अगर आप मानगो से साकची जाने के लिए पुल के इस पार से ऑटो में बैठते हैं तो सात रुपये और उस पार से ऑटो में बैठते हैं तो पांच रुपये यानि की केवल पुल पार करने का किराया दो रुपये देने पड़ते हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति सिटी के अचय एरियाज में भी ऑटो के किराये की है। कुछ मीटर की डिस्टेंस पर ही चाड़े में होने वाले इस डिफरेंस की बात कुछ हजम नहीं होती। दरअसल सिटी में ऑटो सर्विस को लेकर फेयर फिचसेशन को लेकर कोई चाका तैयार नहीं किया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं प्रशासन की बार-बार की नाकामयाब कोशिशों के बावजूद सिटी में ऑटो चालकों द्वारा चाुलेआम परमिट का वायलेशन किया जा रहा है। दोनों ही कंडीशन में ले दे कर आम जनता को प्राचलम फेस करनी पड़ रही है।

5 रुपए तो देने ही होंगे

आप ऑटो में बैठ गए तो इसका मतलब है कि आपको 5 रुपए देने ही पड़ेंगे। फिर चाहे आप दो मीटर चलें या दो किलोमीटर। जी हां सिटी में ऑटो वालों ने मिनिमम किराया 5 रुपए फिचस कर दिया है।

DC का ऑर्डर बेअसर

बीते साल जून मंचा में ऑटो वालों के द्वारा किराए में अचानक से वृद्धि किये जाने के बाद 1 जुलाई 2013 को डीसी अमिताचा कौशल की ओर से ऑटो में ओवर लोडिंग रोकने का आदेश दिया गया चा। साचा ही सचाी ऑटो में फेयर लिस्ट लगाने व ऑटो ड्राइवर्स के लिए ड्रेस कोड भी आदेश दिया गया था, लेकिन एक साल सिचयूरिटी चवाइंड ऑफ व्यू से ऑटो में ड्राइवर का नाम, मोबाइल नंबर व रूट मेंशन करने को कहा गया था।

बनने चाहिए कुछ strict rules

झारचांड याचाी संचा के कंवेनर राकेश कुमार पांडे का कहना है कि सिटी में ऑटो सर्विस को लेकर कुछ स्ट्रिचट रूल्स बनाए जाने की जरूरत है। आटो रिचशा में फेयर लिस्ट लगाई जानी चाहिए जिससे पैसेंजर्स को फिचस्ड फेयर के बारे में जानकारी हो सके। इसके अलावा फेयर फिचसेशन को लेकर एक चाका बने जिसमें डेस्टिनेशन टू डेस्टिनेशन के बजाए डिस्टेंस के अकॉर्डिग फेयर फिचसेशन हो। ओवर लोडिंग को स्ट्रिचटली रोकने की जरूरत है।

एक नजर इधर भी

- सिटी में ख्000-0क् से लेकर फ्क्-07-ख्0क्ख् तक कुल ख्9,भ्ब्8 चा्री व्हीलर्स रजिस्टर हुए हैं।

- सिटी में करीब ख्8,000 ऑटो हैं।

-सिटी में करीब भ्00 रिजर्व ऑटो चलते हैं।

परमिट में जितने पैसेंजर्स को बैठाना अलाउड है, अगर उससे चयादा पैसेंजर्स बैठाए जाते हैं तो ये रूल्स का वॉयलेशन है। जिसे कचाी चाी बरदास्त नहीं किया जाएगा।

-कार्तिक एस, सिटी एसपी

ओवरलोडिंग को लेकर लगातार इंस्पेचशन किया जा रहा है। पर स्टाफ की कमी के कारचा ओवर लोडिंग पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसे लेकर जल्द ही एक स्ट्रिचट ड्राइव स्टार्ट की जाएगी।

-राकेश मोहन सिचहा, डीएसपी ट्रैफिक

ऑटो सर्विस में फेयर फिचसेशन को लेकर सिटी में कुछ स्ट्रिचट रूल्स बनाए जाने की जरूरत है।

-राकेश कुमार पांडे, कंवेनर, झारचांड याचाी महासंचा

मानगो पुल तो जैसे बॉर्डर हो गया है। पुल क्रास करते ही कुछ ऐसे किराया बढ़ा दिया जाता है। फेयर फिचसेशन होना चाहिए।

-जितेंद्र सिंह, रांची

अगर आपके साचा कोई लेडी या छोटा बचचा है तब तो ये ऑटो वाले मुंहमांगा किराया मांगते हैं। ऐसे में मजबूरन पैसे देने पड़ते हैं।

-देवेश पाठक

यहां तो फेयर फिचसेशन जैसी कोई चीज ही नहीं है। रात के वक्त तो ऐसे दो गुना किराया चार्ज किया जाता है।

-अशोक राजवंशी