लूट रहे चालक सो रहे जिम्मेदार

सिटी में सीएनजी से चल रहे करीब 3,300 ऑटो व टैम्पो चालकों की मनमानी जारी है। दो दिनों से चालक सिटी के डिफरेंट्स रूट्स पर बढ़े किराए के साथ ऑटो व टैम्पो दौड़ा रहे हंै। मगर जिम्मेदार है कि खामोश बैठे हैं। बता दें कि अगर कोई चालक नियम शर्तो का पालन नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ बाकायदा कार्रवाई का प्रावधान है। फिर भी आरटीओ चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहा है। अधिक किराया वसूले जाने पर वाहन सीज करने और 4,000 रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

'चुपचाप किराया दीजिए और जाइए'

ऐसा नहीं है कि ऑटो चालकों ने सिर्फ लांग रूट्स का ही किराया मर्जी से बढ़ाया है। कम दूरी वाले रूट्स पर भी 3 से 5 रुपए तक अधिक किराया पैसेंजर्स से वसूल किए जा रहे है। सैटेलाइट से श्यामगंज तक के सफर में यह सच भी उजागर हुआ। ऑटो में जगह नहीं होने पर चालक बोला, अरे साहब बैठिए न आखिर कितने दूर जाना ही है। लीजिए मैंने जगह बना दी और उसने अपने पास ही बैठा लिया। ऑटो में ओवरलोड सवारी पर ड्राइवर बोला, रोजमर्रा की आदत है आप खबराइए मत। कुछ ही देर में ऑटो श्यामगंज पहुंचने पर ऑटो चालक 7 रुपए की मांग करने लगा। जब रिपोर्टर ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सैटेलाइट से श्यामगंज का तो किराया 5 रुपए है फिर इतना क्यूं किराया दें। इतना पूछना ही था कि ड्राइवर साहब तिलमिला उठे, किराया तो 7 रुपए ही पड़ेगा, पता नहीं हम लोगों ने किराया बढ़ा दिया है, चुपचाप किराया दीजिए और चलते बनिए।

'हमारी मर्जी चलती है बॉस'

सैटेलाइट से यूनिर्वसिटी के बीच ऑटो पर जर्नी स्टार्ट हुई। इस दौरान ऑटो चालक से किराए को लेकर बातचीत छेड़ी तो उसने फौरन पलटवार किया, सीएनजी के दाम बढऩे के साथ ही ऑटो ने अपना किराया बढ़ा दिया है। आपकी एसोसिएशन तो अभी किराए को लेकर बातचीत कर रही है, इस सवाल पर ऑटो चालक ने यूनियन को भी जमकर खरी खोटी सुनाई। बोला, हमारा यूनियन से कोई लेना देना नहीं, 30 साल से ऑटो चला रहे हैं। हम लोगों को कुछ तो प्रॉफिट होने चाहिए। 3 लाख रुपये का ऑटो मिल रहा है, रोड टैक्स दे रहे हैं, पुलिस वालों को पैसे भी दे रहे हैं।

'दिक्कत हो तो उतर जाओ'

जंक्शन से सैटेलाइट जाने के लिए ऑटो का सफर कम रोचक नहीं था। किराए के बारे में तहकीकात करने पर ड्राइवर ने पंद्रह रुपये की बात बताई। अधिक किराया का सवाल उठाने भर से ही ड्राइवर साहब को गुस्सा आ गया, बोला, किस जमाने की बात कर रहे हो, किराया तो इतना ही लगेगा, आपको कोई दिक्कत है तो अपनी व्यवस्था कर लो। खैर उसकी खरी खोटी सुनने के बाद भी ऑटो पर सवार हुए और कलेक्ट्रेट पर रुकने का इशारा किया। ड्राइवर ने ब्रेक लगाई और उतरने से पहले ही दस रुपये निकालने की ताकीद भी कर दी। पांच की जगह दस के सवाल पर फिर उसे गुस्सा आ गया। बोले ऑटो में पैर रखने के बाद कहीं भी उतरो लगेगा तो कम से कम दस रुपया। आलम यह कि बढ़े किराए का प्रतिरोध करने पर वह मिसबिहेव के लेवल तक उतर आया। मामला कुछ और बढ़ता इससे पहले कुछ और ऑटो वाले धमक गए और नतीजा यह कि दस रुपये देकर अपनी 'इज्जत' बचानी पड़ी।

'आखिर ऑटो में बैठे क्यों'

कुतुबखाना से सीबीगंज के बीच ऑटो चालक 5 से 10 रुपए तक अधिक किराया वसूल रहे हैं। सीबीगंज जाने की बात सुनते ही कुतुबखाना चौराहे पर 4-5 ऑटो चालक एक तरह से घेर लेते हैं। यहीं हर कोई अपनी ऑटो में ले जाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार। जैसे तैसे एक ऑटो में सीबीगंज की जर्नी स्टार्ट होती है। पूछने पर ड्राइवर ने बताया कि अब दस नहीं पद्रह रुपये किराया हो गया है। सीएनजी के दाम 18 रुपए बढ़ गए हंै तो किराया नहीं बढ़ेगा। इस बीच रिपोर्टर सीबीगंज न जाकर चौपुला पर ही उतरने की बात कह कर ऑटो रोकने की बात करता है। इस बात पर चालक भड़क जाता है। जब सीबीगंज नहीं जाना तो ऑटो में बैठने की क्या जरूरत थी। मेरी सीबीगंज की एक सवारी आपने बेकार कर दी, निकालिए दस रुपए।

'दिक्कत हो तो उतर जाओ'

जंक्शन से सैटेलाइट जाने के लिए ऑटो का सफर कम रोचक नहीं था। किराए के बारे में तहकीकात करने पर ड्राइवर ने पंद्रह रुपये की बात बताई। अधिक किराया का सवाल उठाने भर से ही ड्राइवर साहब को गुस्सा आ गया, बोला, किस जमाने की बात कर रहे हो, किराया तो इतना ही लगेगा, आपको कोई दिक्कत है तो अपनी व्यवस्था कर लो। खैर उसकी खरी खोटी सुनने के बाद भी ऑटो पर सवार हुए और कलेक्ट्रेट पर रुकने का इशारा किया। ड्राइवर ने ब्रेक लगाई और उतरने से पहले ही दस रुपये निकालने की ताकीद भी कर दी। पांच की जगह दस के सवाल पर फिर उसे गुस्सा आ गया। बोले ऑटो में पैर रखने के बाद कहीं भी उतरो लगेगा तो कम से कम दस रुपया। आलम यह कि बढ़े किराए का प्रतिरोध करने पर वह मिसबिहेव के लेवल तक उतर आया। मामला कुछ और बढ़ता इससे पहले कुछ और ऑटो वाले धमक गए और नतीजा यह कि दस रुपये देकर अपनी 'इज्जतÓ बचानी पड़ी।