- ऑटो वालों की मनमर्जी लखनवाइट्स पर पड़ रही भारी

- आरटीओ और टै्रफिक पुलिस दोनों ही लगाम लगाने में नाकाम

- चेकिंग के बावजूद नहीं लिया जाता है कोई एक्शन

LUCNOW: अकेले ऑटो वाले आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। इनकी नाक के नीचे ही ऑटो वाले तमाम नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं, फिर भी दोनों विभाग खामोश हैं। कोई इन ऑटो वालों के खिलाफ एक्शन लेने वाला ही नहीं है। किराये का मामला हो या फिर अवैध संचालन का, इन पर कहीं कोई लगाम नहीं है। दोनों ही विभागों ने इस ओर से अपनी आंखें फेर रखी हैं। आइये जानते हैं इन नियमों को, जिन्हें ऑटो चालक ठेंगे पर रखते हैं।

नियम-क्

डलवाए गए थे मोबाइल नम्बर

शुरुआती दिनों में ट्रैफिक पुलिस हो या फिर आरटीओ अधिकारी, सभी ने बड़ी कड़ाई से इन पर मोबाइल नम्बर डलवाए, लेकिन अब तमाम गाडि़यों से नम्बर मिट चुके हैं। एक ऑटो संचालक ने बताया कि आए दिन पैसेंजर्स की कॉल पहुंचने से ऑटो ड्राइवर्स और मालिकों ने अपने नम्बर ही बदल दिए हैं। नम्बर को लेकर कोई अभियान भी नहीं चला।

नियम-ख्

खत्म हो गई ख्भ् मीटर की दूरी

ऑटो संचालकों के लिए यह नियम बनाया गया था कि वे मुख्य चौराहों से ख्भ् मीटर दूर ही पैसेंजर्स को बिठा सकते हैं और वहीं उन्हें छोड़ेंगे। लेकिन ऑटो वालों के लिए यह नियम कोई मायने नहीं रखता। वे शहर के व्यस्तम चौराहे के पास ही ऑटो खड़ी करते हैं और वहीं से पैसेंजर्स बिठाते हैं। कोई देखने वाला नहीं है।

नियम-फ्

नहीं रही यलो लाइन की सीमा

ऑटो संचालकों के लिए शहर भर में तमाम इलाकों में मेन रोड्स के किनारे यलो लाइन बनाई गई थी। उन्हें इसी यलो लाइन में खड़े होने का अधिकार है। लेकिन तमाम ऑटो शहर के मुख्य मार्गो पर खड़े देखे जा सकते हैं। चारबाग जैसे व्यस्तम इलाके में भी इन्हें देखने वाला कोई नहीं है।

नियम-ब्

हर गाड़ी में किराया सूची अनिवार्य

ऑटो संचालकों के लिए सभी गाडि़यों मे किराया सूची अनिवार्य कर दी गई है। लेकिन मनचाहा किराया लेने के चक्कर में तमाम ऑटो संचालक किराया सूची ही नहीं लगाते हैं। ऐसे में आए दिन ऑटो संचालक और ड्राइवर्स के बीच झगड़े होते हैं।

नियम-भ्

लागू की गई थी वर्दी

ऑटो चालकों के लिए एक तरह की ड्रेस लागू की गई थी। कुछ ऑटो चालक ही ड्रेस पहनते हैं। इसके अलावा कोई ऑटो चालक ड्रेस भी नहीं पहनता है।

नियम-म्

गले में पहचान पत्र का था नियम

सभी ऑटो चालकों को गले में पहचान पत्र पहनना अनिवार्य किया गया था। लेकिन किसी के गले में यह नजर ही नहीं आया।

ऑटो चालकों को नियम मानना ही होगा। किराये से लेकर नम्बर लिखवाने तक सभी फॉर्मेल्टीज पूरी करनी होगी। जो ऑटो चालक फॉर्मेल्टीज फुल फिल नहीं करेंगे, उनके परमिट रद्द किए जाएंगे।

- जयशंकर तिवारी

आरटीओ

पहचान पत्र के लिए तमाम ऑटो ड्राइवर्स का वेरीफिकेशन भी किया गया है। पुलिस के पास सारा डाटा पहुंच भी चुका है, लेकिन अभी तक किसी को पहचान पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है।

- पंकज दीक्षित, अध्यक्ष

लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ