RANCHI: नगर निगम ने राजधानी की भीड़भाड़ वाली सड़कों को ही ऑटो स्टैंड बना डाला है। जी हां, नगर निगम द्वारा जिन ऑटो स्टैंड का टेंडर कर बंदोबस्ती की जाती है, वहां ऑटो खड़ा करने के लिए न तो कोई खुला स्थान है, न ही टेंडर किए गए ऑटो स्टैंड में किसी तरह का निर्माण कार्य या रजिस्ट्रेशन होता है। सड़क की बंदोबस्ती ऑटो स्टैंड के रूप में की जाती है। बकायदा इन सड़कों को ऑटो स्टैंड के रूप में चिन्हित कर इनका टेंडर भी होता है, बंदोबस्ती भी की जाती है, ठेकेदार भी कमाता है और नगर निगम भी मौज मारता है। लेकिन, इन सड़कों की हालत दिन प्रतिदिन जर्जर होती जा रही है। पैदल चलना मुश्किल होता जा रहा है, और जाम से निजात के लिए प्रशासन के तमाम प्रयास धूल फांक रहे हैं।

नगर आयुक्त के पत्र ने खोली पोल

पुलिस द्वारा अभियान के दौरान 4000 से ज्यादा बिना परमिट वाले ऑटो का परिचालन बंद किया गया, लेकिन शहर को जाम से निजात नहीं मिला तब ट्रैफिक पुलिस को शहर के सभी अवैध ऑटो स्टैंड को हटाने के लिए नगर आयुक्त ने पत्र लिखा। रांची के सीनियर एसपी को पत्र लिखा गया जिसमें अवैध स्टैंड हटाने का आग्रह किया गया है। इस पत्र में लिखा गया है कि शहर में मात्र तीन ऑटो स्टैंड ही वैध हैं, इसमें रातू रोड न्यू मार्केट, सेंट जेवियर्स कॉलेज के सामने और अरगोड़ा चौक मैदान के सामने ऑटो पड़ाव शामिल हैं। तीनों ही स्थान पर किसी तरह का खुला इलाका, मैदान, निर्माण नहीं है। सड़क को ही ऑटो स्टैंड बना दिया गया।

रेलवे स्टेशन व बस टर्मिनल में भी ऑटो स्टैंड नहीं

राजधानी बने 18 साल होने को हैं, लेकिन आज तक न तो रेलवे स्टेशन न ही सरकारी निजी बस स्टैंडों में अलग से ऑटो स्टैंड बनाए गए हैं। सभी स्थानों पर ऑटो बीच सड़क पर ही खड़े रहते हैं, जिसके कारण लम्बा जाम लगा रहता है और कई यात्रियों की तो ट्रेन तक छूट जाती है।

बदतर होती जा रही रातू रोड की हालत

रातू रोड में नगर निगम ने जिस स्थान में स्टैंड के लिए बंदोबस्ती की है, वहां ऑटो नहीं लगाकर बाहर खड़े किए जाते हैं। न्यू मार्केट चौक के आसपास ऑटो का जमावड़ा लगा रहता है। यही हाल अरगोड़ा चौक और ओवरब्रिज के पास रेडिशन ब्लू के समीप भी रहता है, लेकिन अवैध ऑटो हटाने की कार्रवाई पुलिस की ओर से नहीं होती।

खादगढ़ा बस स्टैंड से अवैध वसूली का खुलासा

तीन दिन पूर्व ही खादगढ़ा बस स्टैंड में ऑटो चालकों से अवैध वसूली का खुलासा हुआ है। स्टैंड के अंदर और बाहर रोड पर दोनों जगह ऑटो चालकों से 40 रुपए की अवैध वसूली की जाती है। आरटीआई में मांगी गई जानकारी के अनुसार, बस स्टैंड के अंदर का टेंडर होता है। पुरुलिया रोड या स्टेशन रोड में टोकन नहीं काटा जाना चाहिए। ऑटो चालकों ने नगर आयुक्त को इसकी जानकारी देते हुए इस अवैध वसूली को बंद कराने की मांग की है। इस वसूली के दौरान सड़क पर लंबा जाम लगा रहता है।

फिरायालाल चौक से लालपुर तक रेगुलर जाम

फिरायालाल चौक से लालपुर रोड, फिरायालाल चौक से जेल रोड जाने वाली सड़कों पर रोज लंबा जाम लगता है। इसके अलावा ऑटो चालक मनमाने तरीके से रास्ते में कहीं भी ऑटो खड़ा कर सवारी उतारते-चढ़ाते रहते हैं, जिसको लेकर सड़क पर चलने वाले दूसरे लोगों को काफी परेशानी होती है।

वर्जन

जाम को लेकर कई बार ऑटो चालकों के साथ अभियान चलाए गए। उन्हें ट्रैफिक रूट की जानकारी दी गयी साथ ही परिमट लेने, प्रदूषण न फैलाने, सड़क की ट्रैफिक को स्मूद रखने जैसे कई अन्य सुझाव भी दिए गए। कुछ सपोर्ट भी मिलता है, लेकिन ज्यादा शिकायतें आती हैं। ऑटो स्टैंड के लिए अलग खुला स्थान होना जरूरी है। साथ ही जिसके नाम से बंदोबस्ती हो उसके पास हर ऑटो का पूरा रिकार्ड हो। इसको लेकर प्रशासन कार्य कर रहा है।

संजय रंजन सिंह, ट्रैफिक एसपी, रांची

जब नगर निगम ही रोड को ऑटो स्टैंड बताएगा तो ऑटो चालकों को ऑटो खड़े भी वहीं करने होंगे। राजधानी में कहीं भी ऑटो खड़ा करने का अलग से कोई स्थान चिन्हित ही नहीं है। जगह भी नहीं है कि नया बनाया जा सके। प्रशासन ऑटो चालकों को कोई सुविधा तो नहीं देता, पर तरह-तरह के नियम बनाकर बांधने का प्रयास करता है।

दिनेश सोनी, अध्यक्ष, झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो महासंघ