-दरवाजा खुला था, किसी ने कमरे में रखे दोनों मोबाइल का सिम व मेमोरी कार्ड निकाल लिया

-धोती के सहारे पंखे में लटका, अखबार देने आये हॉकर ने देखी लाश

-मां-पिता और भाई की हो चुकी है मौत, बहनोई ने ली डेड बॉडी

PATNA: बुद्धा कॉलोनी थाना एरिया के मंदिरी में बुधवार की सुबह युवक अविनाश कुमार (32ख्) की लाश घर के कमरे में पंखे से लटकी हुई मिली। सफेद धोती से लटकी हुई लाश पहले अखबार देने आया हॉकर ने देखा। उसने ही चिल्लाकर लोगों को इसकी जानकारी दी सुबह करीब सात बजे दी। मामला सुसाइड का है या हत्या का अभी पता नहीं चल पाया है। दरवाजा खुला था और कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला है। खास बात यह है कि अविनाश के कमरे में दो मोबाइल फोन मिले हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने जब इन मोबाइल को चेक किया, तो उसमें कुछ नहीं था न ही सिम था और न ही फोन में कोई मेमोरी कार्ड। फोन के इंटरनल मेमोरी में भी कुछ नहीं था। आशंका है कि किसी ने उसे डिलीट कर दिया है। फोन को देखने के बाद पुलिस भी यह दावा न कर सकी कि यह सुसाइड ही है।

कॉल डिटेल से चलेगा पता

हालांकि वह जो नम्बर यूज कर रहा था उसे पुलिस ने उसकी बहन से ले लिया है। उसका कॉल डिटेल निकाला जायेगा। कॉल डिटेल से ही पता चलेगा कि उसने किस किस से कितने देर तक बात की है। उसे फोन का आखिरी लोकेशन क्या था। मोबाइल फोन कब बंद हुआ है। जाहिर सी बात है कि आखिरी लोकेशन के बाद ही मोबाइल से सिम कार्ड निकाला गया होगा। वैसे अविनाश की बड़ी बहन ने पुलिस को बयान दिया है, जिसमें कहा है कि उसे कोई परेशानी नहीं थी। शादी भी नहीं हुई थी ऐसे में वह सुसाइड क्यों करेगा। लाश का पोस्टमार्टम करवाकर डेड बॉडी बडे़ बहनोई और फुफेरे भाई को सौंप दी गई। गम के महौल में पुलिस भी ज्यादा पूछताछ नहीं कर सकी। घटना के पीछे प्रेम प्रसंग से भी जोड़कर पुलिस देख रही है मगर सारी चीजें इंवेस्टिगेशन के बाद ही साफ हो सकेगी। वह रात को साढ़े नौ बजे घर आया था।

मां पिता और भाई की हो चुकी है मौत

पिछले पांच सालों से अविनाश मंदिरी के हथुआ पाठशाला के समीप हाईकोर्ट में सरकारी वकील मिथिलेश कुमार सिन्हा के मकान में किराये पर रहता है। फ‌र्स्ट फ्लोर पर कई कमरों का फ्लैट है। पिता स्व। श्यामनंदन प्रसाद पटना म्यूजियम में जॉब करते थे जबकि मां स्व। गिरिजा सिन्हा भी नौकरी पेशा थी। मां क्भ् साल पहले जबकि पिता करीब दस साल पहले ही गुजर गए। यही नहीं, पड़ोसी बताते हैं कि उसक भाई विकास की लाश भी संदिग्ध हालत में नाले में पड़ी हुई मिली थी। दो बहने हैं, जिसमें बड़ी की शादी सुल्तानगंज के टिकिया टोली पटना में हुई, जबकि छोटी की मुजफ्फरपुर में। अविनाश ने बी.कॉम किया था और डाकबंगला चौराहा पर एक मोबाइल रिपेयरिंग दुकान में नौकरी करता था उसे छह हजार रुपये मिलते थे। अखबार वाले से पुलिस ने पूछताछ की है। उसने बताया कि वह पहले आवाज लगाई थी कोई नहीं आया तो वह उपर कमरे में गया, क्योंकि पिछले महीने के अखबार का बकाया बिल लेना था। जब दूसरे कमरे में गया तो लाश लटकी थी। बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण और टाइम का पता चल सकेगा।