21 अस्पतालों में सिर्फ 7 मरीज ही हुए हैं रजिस्टर्ड

अब तक सिर्फ एक मरीज को ही मिला सका सफल इलाज

Meerut। दस दिन पहले देशभर में शुरु हुई आयुष्मान भारत के तहत प्रधानमंत्री आरोग्य जन योजना यानी पीएमएजेवाई जिले में परवान नहीं चढ़ पा रही है। स्थिति यह है कि 5 लाख तक का कैशलेस फ्री इलाज मिलने के बावजूद दस दिनों में स्वास्थ्य विभाग 10 मरीजों को भी इलाज के लिए नहीं जुटा पाया है। योजना के तहत विभाग 7 मरीजों को रजिस्टर्ड करने का दावा कर रहा है लेकिन हकीकत यह है कि अभी तक सिर्फ एक ही मरीज को इस योजना के तहत सफल इलाज मिल पाया है।

पैकेज 10 हजार का, बिल 16612 का

पीएमएजेवाई के तहत पहला संपूर्ण इलाज केएमसी अस्पताल में भर्ती मरीज को दिया गया है। अनुज (21) नाम का यह मरीज 27 सितंबर को मोहिउददीन में हुए एक्सीडेंटल केस में घायल होने के बाद एडमिट हुआ था। अस्पताल में डायरेक्टर डॉ। सुनील गुप्ता ने बताया कि अस्पताल का बिल 16,612 रुपये का बना है लेकिन योजना के तहत अनुज का पैकेज 10 हजार का था। एनएबीएच अस्पताल होने के नियमानुसार इसमें 15 प्रतिशत अतिरिक्त छूट दी गई है। 912 रूपये डिस्चार्ज होने के बाद दी गई दवाइयों का बिल है। जिसका भुगतान योजना के तहत किया जाएगा लेकिन पैर में प्लेट इंप्लांट करवाने का 4200 रूपये के बिल के भुगतान को लेकर अभी कंन्फ्यूजन बरकरार है। इसका प्रावधान को योजना में क्लीयर नहीं किया गया है।

इन अस्पतालों में हुए मरीज रजिस्टर्ड

केएमसी अस्पताल - एक मरीज को मिला सफल इलाज

जिला अस्पताल- 2 मरीज रजिस्टर्ड हुए लेकिन इलाज नहीं लिया

जिला महिला अस्पताल- 2 मरीज रजिस्टर्ड हुए लेकिन अभी लाभार्थी सूची में शामिल नहीं हैं।

संतोष अस्पताल- एक मरीज अभी रजिस्टर्ड हुआ है। इलाज की प्रक्रिया शुरु नहीं हुई।

विजन केयर आई एंड लेजर सेंटर- एक मरीज रजिस्टर्ड हुआ लेकिन अभी इलाज नहीं मिला।