- हर हॉस्पिटल को पैकेज के अलावा इमरजेंसी केस में मरीज को करना होगा स्टेबल

- हॉस्पिटल को हर हाल में 15 दिन में पेमेंट देने का दावा, बजट रुका तो हर दिन के हिसाब से 1 प्रतिशत ब्याज चुकाएगी सरकार

DEHRADUN: अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का लाभ हर मरीज को देने के लिए राज्य सरकार की ओर से लगातार नई पहल की जा रही है। अब हर हॉस्पिटल को अपने पैकेज के हिसाब से इलाज के अलावा इमरजेंसी केस में भी मरीज को स्टेबल करना ही होगा। इतना ही नहीं राज्य सरकार की ओर से योजना का लाभ देने वाले हॉस्पिटल को हर हाल में 15 दिन के भीतर पेमेंट देने का दावा किया गया है। अगर किसी हॉस्पिटल का किसी कारणवश बजट रुका तो हर दिन के हिसाब से 1 प्रतिशत ब्याज भी राज्य सरकार हॉस्पिटल को चुकाएगी।

इमरजेंसी केस भी लेने होंगे

प्रदेश के 23 लाख परिवारों को प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने के उद्देश्य से 25 दिसंबर को राज्य सरकार द्वारा अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का शुभारम्भ किया गया। योजना से 99 सरकारी व 66 प्राइवेट हॉस्पिटल में 1350 गंभीर बीमारियों का इलाज मुफ्त में किया जाएगा। इसके लिए इन सभी हॉस्पिटल के साथ एमओयू भी किया जा चुका है। जिसमें हॉस्पिटल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर इलाज का पैकेज सिस्टम बनाया गया है। ऐसे में हर हॉस्पिटल में अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत मुफ्त में मरीज को भर्ती और इलाज की सुविधा दी जा रही है। इधर, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी युगल किशोर पंत ने बताया कि योजना का अधिक से अधिक लाभ देने के लिए विस्तार किया जा रहा है। इसमें बचे हुए हॉस्पिटल के साथ एमओयू भी किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो भी हॉस्पिटल अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना में सूचीबद्ध किए गए हैं, उनमें पैकेज के हिसाब से इलाज तो होगा ही इसके साथ ही इमरजेंसी केस में हर मरीज को स्टेबल करना होगा। इसके बाद संबंधित हॉस्पिटल में रेफर करना होगा।

ऑनलाइन होगा सारा काम

अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी युगल किशोर पंत ने कहा कि इस योजना का लाभ मरीज को देने वाले हॉस्पिटल को भी इस योजना का पेमेंट हर हाल में 15 दिनों में कर दिया जाएगा। किसी भी सूरत में पेमेंट में देरी नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ किया कि अगर किसी हॉस्पिटल के पेमेंट में 1 दिन की भी देरी होगी तो उसको पेमेंट के अलावा 1 प्रतिशत ब्याज देने का प्रावधान भी किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी हॉस्पिटल को इस योजना का पेमेंट लेने के लिए ऑफिसों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन और पारदर्शी होगी। पेमेंट लेने के लिए किसी भी हॉस्पिटल को हार्ड कॉपी नहीं देनी है। ऑनलाइन डॉक्यूमेंट अपलोड कर हॉस्पिटल अपने बजट के लिए आवेदन कर सकता है। इसके बाद 3 तरीके से सभी केस को क्रॉस चेक कर पेमेंट की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

जो भी हॉस्पिटल इस योजना में शामिल हुए हैं, उन्हें हर मरीज को इमरजेंसी में स्टेबल करना होगा। साथ ही प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए विभाग लगातार प्रयास किया जा रहा है। किसी भी स्थिति में हॉस्पिटल का पेमेंट 15 दिन से लेट नहीं होगा।

युगल किशोर पंत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना

- प्रदेश के 23 लाख परिवारों को प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज

- योजना से 99 सरकारी व 66 प्राइवेट हॉस्पिटल में 1350 गंभीर बीमारियों का इलाज

- राशन कार्ड या एमएसबीवाई कार्ड दिखाकर भी करा सकते हैं इलाज शुरू

- अगर पात्रता में न मिले नाम तो 2012 की वोटर लिस्ट से करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

प्रदेशभर में 23 लाख राशन कार्ड

एनएफएसए- 11.25 लाख राशन कार्ड

अंत्योदय कार्ड- 1.75 लाख

राज्य खाद्य योजना एपीएल कार्ड- 10 लाख

कुल- 23 लाख