- सरकारी वकील लेने से भी किया इंकार, सिब्बल लडेंगे केस

- आरोप, कोर्ट में विभाग ने नहीं माना उन्हें सरकार का अंग

- बुलंदशहर कांड में विवादित बयान देने का मामला

LUCKNOW: सूबे के नगर विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आजम खां फिर से नाराज हो गये है। इस बार उनकी नाराजगी की गाज न्याय विभाग पर गिरी है। मामला बुलंदशहर हाईवे कांड से जुड़ा है जिसमें आजम खां द्वारा गये विवादित बयान के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। आजम ने प्रमुख सचिव न्याय को लिखे पत्र में कोर्ट में प्रभावी पैरवी न किए जाने पर तंज कसने के साथ सरकारी वकील लेने से भी इंकार कर दिया है। साथ ही बताया है कि सुप्रीम कोर्ट में मामले में उनकी पैरवी वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल करेंगे।

आजम खां को सीबीआई देगी नोटिस

बता दें कि तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सीबीआई द्वारा आजम खां को नोटिस देने को कहा है। कोर्ट में आजम खां की तरफ से किसी के पेश न होने पर कदम उठाया गया था। अब आजम खां ने नाराजगी न्याय विभाग पर निकाली है। प्रमुख सचिव न्याय को लिखे पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि अदालत में उन्हें सरकार का अंग ही नहीं माना गया। साथ ही कहा कि अदालत में की गयी 'प्रभावी पैरवी' का अर्थ वे नहीं समझ पा रहे हैं। जिस तरह देश की शीर्ष अदालत के सामने मुझे लज्जित करने की कार्यवाही हुई, उसके बाद प्रभावी पैरवी का मैं क्या अर्थ लूं? मुझे समय पर इस मामले की जानकारी नहीं दी गयी, साथ ही अदालत में सरकारी वकीलों ने कहा कि वे मेरी तरफ से कुछ भी कहने के लिए अधिकृत नहीं हैं।

नौकरशाह अंधे, बहरे और गूंगे

आजम इतने पर ही नहीं थमे और कहा कि इस मामले की जानकारी मीडिया के अलावा प्रमुख सचिव गृह और आपको भी रही होगी। मेरे सचिव द्वारा बार-बार आपसे फोन पर बातचीत की गयी, इसके बावजूद राज्य सरकार के नौकरशाहों का अभूतपूर्व रूप से अंधा, बहरा और गूंगा हो जाना मेरे प्रति सुनियोजित साजिश के अलावा और क्या हो सकता है। उन्होंने यह भी साफ किया कि बुलंदशहर कांड में उनके द्वारा दिये गये बयान के पीछे पीडि़तों को ठेस पहुंचाने की मंशा नहीं थी। सरकार के वरिष्ठ मंत्री होने के नाते इस मामले के सभी पहलुओं की गहराई से जांच के लिए वे अधिकारियों को संदेश देना चाहते थे। साथ ही अनुरोध किया है कि इस मामले में पैरवी के लिए अधिवक्ता एमआर शमशाद को आबद्ध करने का आदेश वापस लिया जाए क्योंकि उनकी ओर से अब कपिल सिब्बल पैरवी करेंगे।