छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज और ग्रेजुएट कॉलेज में बीएड एडमिशन में हुई अनियमितता की जांच का मामला अभी भी ठंडे बस्ते में हैं। जबकि दोनों मामले की जांच रिपोर्ट विश्वविद्यालय में जमा हो चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई। ग्रेजुएट कॉलेज में 36 छात्राओं का बीएड में नामांकन इस वर्ष हो चुका था, लेकिन नामांकन की पूरी सूची रद कर दी गई।

जारी हुआ था शो-कॉज

इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय की जांच टीम की रिपोर्ट पर कॉलेज की एडमिशन कमेटी को शो-कॉज जारी हुआ। इसका जवाब भी विश्वविद्यालय को भेज दिया गया। कथित रूप से रद हुई नामांकन सूची में 12 छात्राओं का नामांकन दसवीं सूची में ले लिया गया। अब 24 छात्राओं का नामांकन पेंच फंसा हुआ है। सभी छात्राओं ने एडमिशन की राशि को भी जमा कर दिया गया है। इन छात्राओं और एडमिशन कमेटी के बारे में फैसला विश्वविद्यालय की कुलपति को लेना है। छात्राएं विश्वविद्यालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

15 दिसंबर तक इंतजार

कॉलेज की ओर से छात्राओं को 15 दिसंबर तक इंतजार करने को कहा गया है। इधर को-ऑपरेटिव बीएड में पिछले वर्ष नामांकन में हुई अनियमितता की रिपोर्ट कॉलेज मैनेजमेंट ने केयू को भेज दी है। इसमें पूर्व बीएड प्रभारी डॉ विश्वेश्वर यादव एवं एक क्लर्क को दोषी बताया गया। यह जांच रिपोर्ट विश्वविद्यालय के निर्देश पर ही भेजा गया था। जांच रिपोर्ट जुलाई में ही भेज दिया गया था। यह मामला भी अभी ठंडे बस्ते में है।

रजिस्ट्रार छुट्टी पर हैं। उनके आने बाद ही इन मामलों पर फैसला लिया जा सकता है। जांच रिपोर्ट जमा कर दिए जाने की जानकारी उन्हें है।

- डॉ। एके झा, प्रवक्ता, कोल्हान विश्वविद्यालय।