RANCHI : सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड से बीए बीएड कर रहे स्टूडेंट्स करियर को लेकर इन दिनों तनाव में हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से स्टूडेंट्स को कहा जा रहा है कि वे जेनरल कोर्स में शिफ्ट कर जाएं, क्योंकि चार साल के इस इंटीग्रेटेड कोर्स को मान्यता नहीं है। ऐसे में स्टूडेंट्स समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर वे क्या करें?

दो साल पहले हुआ था एडमिशन

चार साल के बीए बीएड व बीएससी बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स में 60 सीट्स के लिए दो साल पहले कॉमन एंट्रेस टेस्ट के जरिए स्टूडेंट्स का एडमिशन हुआ था। इस कोर्स के तीन सेमेस्टर का एग्जाम भी हो चुका है। दो सेमेस्टर के रिजल्ट भी पब्लिश हो चुके हैं, जबकि थर्ड सेमेस्टर के रिजल्ट पर रोक लगा दी गई है। अब यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन इस कोर्स को मान्यता नहीं होने का हवाला देकर स्टूडेंट्स को कोर्स बदलने को कहा जा रहा है।

बीए बीएड को एनसीटीई से मान्यता नहीं

सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड और सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिहार में चार साल के बीए बीएड कोर्स को यूजीसी से तो मान्यता है, लेकिन एनसीटीई से सीयूजे में चल रहे इस कोर्स को मान्यता नहीं मिली है। हालांकि, सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिहार में चल रहे इस कोर्स को एनसीटीई ने भी मान्यता दे दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस कोर्स को लेकर एनसीटीई ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड को कुछ क्राइटेरिया पूरा करने को कहा था, लेकिन उसे यहां पूरा नहीं किया गया, जिस कारण एनसीटीई ने बीए बीएड की मान्यता रद कर दी है।

वीसी बोले, जेनरल कोर्स में ले लीजिए एडमिशन

बीए बीएड कोर्स पर बने सस्पेंस के बाद मात्र 18 स्टूडेंट्स ही बचे हुए हैं। इन स्टूडेंट्स को जेनरल कोर्स में शिफ्ट होने का दबाव दिया जा रहा है। सीयूजे के एक्टिंग वीसी डॉ एएन मिश्रा का कहना है कि हमने तो स्टूडेंट्स को जनरल कोर्स में एडमिशन लेने को कहा है। बाद में बीएड कर सकते हैं।

एक्टिंग वीसी से सीधी बात

सवाल- बीए बीएड और बीएससी बीएड कोर्स की क्या मान्यता है?

जवाब-नहीं।

सवाल- जिन्होंने इस कोर्स में एडमिशन लिया है, उनका क्या होगा?

जवाब-स्टूडेंट्स को हम जनरल कोर्स में शिफ्ट करने के लिए कह रहे हैं। बाद में बीएड कर सकते हैं।

सवाल-आप यह लिखकर देंगे कि वे इसी यूनिवर्सिटी से बाद में बीएड कर सकते हैं?

जवाब- लिखकर नहीं दे सकता हूं।