- कांवड़ मार्ग लंबा होने से बढ़ गई भक्तों की परेशानी

- कांवड़ चोरी की वारदातों से भी दुखी हैं कांवडि़ये

Meerut: मन में शिव के गीत गाते हुए भोले के भक्त ख्00 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय करते हैं। शिव की भक्ति में रमे सावन में यूं तो साल दर साल कांवडि़ए बढ़ रहे हैं, लेकिन साथ में बढ़ रहा है इनका दर्द।

दर्द जो सबसे बड़ा

एक कांवडि़ए के लिए उसकी कांवड़ से बढ़कर इस सफर में कुछ नहीं होता, लेकिन अगर ये कांवड़ ही कोई चुरा कर ले तो इस सफर का कोई मतलब ही नहीं रह जाता। भोले तांबे के मटकों के साथ कई आकर्षक कांवड़ लाने लगे हैं। रात को जब कहीं आराम करना होता है, तो कांवड़ को झुला कर आराम करते हैं, लेकिन फिर सुबह देखते हैं कि वहां कांवड़ ही नहीं है। मटके से बनी कांवड़ सबसे ज्यादा चोरी हो रही हैं। साथ में चोर कांवड़ पर लगी लाइट्स व अन्य सामान को भी नहीं बख्श रहे हैं।

बैग-मोबाइल सब चोरी

शिव के इस पावन मेले में भोले सब कुछ भूलकर भक्ति में रमे रहते हैं। एक अंजान आदमी भी नारंगी रंग पहने उसका साथी बन जाता है। विश्वास बना लेता है। लेकिन जब यही उनका मोबाइल, बैग चोरी कर लेता है तो बड़ा दुख होता है। एक ऐसे ही कांवडि़ए ने रास्ते में ये पीड़ा बयां की।

पुलिस भी कम नहीं

सालों से कांवडि़यों को हरिद्वार से जल उठाने के बाद उन्हें जीटी रोड से ही आगे बढ़ाया जाता था, यही उनकी मंजिल का रास्ता भी होता था, लेकिन अब उत्तराखंड पुलिस उन्हें जंगलों के बीच से नहर किनारे भेज रही है। इधर न बैठने की व्यवस्था है और न पानी की। ये रास्ता भी करीब ख्भ् किलोमीटर लंबा है। वहीं नीलकंठ जा रहे कांवडि़यों को भी असल शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मौका नहीं मिल रहा है, जिससे काफी कांवडि़ए मायूस भी हैं।

धूप, गर्मी का असर नहीं

कांवडि़यों की मानें तो भोले की भक्ति ही कुछ ऐसी होती है कि भोले सभी शिवभक्तों के कष्ट दूर कर देते हैं। पैर में छाले पड़े हों या दर्द हो रहा हो, लेकिन मंजिल तक पहुंचने का जज्बा कभी कम नहीं होता।

चार साल से कांवड़ ला रहा हूं। दुख होता है जब देखता हूं कि भक्तों के सामान चोरी हो जाता है।

-हिमांशु

उत्तराखंड सरकार ने ख्भ् किलोमीटर का रास्ता लंबा किया है। नहर किनारे रास्ते पर पीने का पानी तक नहीं मिलता।

-गौरव

क्भ् सालों से कांवड़ ला रहा हूं, लेकिन बहुत दुखद है कि अब कांवड़ तक चोर चुरा कर ले जाते हैं।

-अमित

बेहद दुख हुआ जब नीलकंठ पर भोले बाबा के असल शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मौका नहीं मिला।

-विकास

भोले के भक्तों संग कुछ अराजक तत्व गलत कर रहे हैं, बैग चोरी कर लिया मेरा, जिसमें मेरे पैसे भी रखे थे।

-राजू