6-8 हजार तक पहुंच गए बैकलॉग

जब से सेंट्रल गवर्नमेंट की तरफ से यह डिसीजन आया है कि दो और सब्सिडी वाले सिलेंडर ग्राहकों को दिए जाएंगे, तब से गैस एजेंसी प्रोपराइ‌र्ट्स सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर में गोलमाल करने में जुट गए हैं। इसका खामियाजा कंज्यूमर्स भुगत रहे हैं। उन्हें समय से गैस नहीं मिल पा रही है। वहीं पेट्रोलियम कंपनी के फील्ड ऑफिसर भी आंखें मूंदे हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें कंज्यूमर्स को हो रही प्रॉब्लम से कोई लेना देना ही नहीं है।

 

नहीं आ रहे सिलेंडर

वहीं सिटी के गैस एजेंसी प्रोपराइ‌र्ट्स की मानें तो उनके यहां म्-8 हजार तक बैकलॉग पहुंच चुके हैं। उनका कहना है कि यहां जितनी डिमांड है उतनी सप्लाई नहीं हो रही है। यही कारण है कि बैकलॉग बढ़ गया है। एक गैस एजेंसी के प्रोपराइटर ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनके यहां सिलेंडर की सप्लाई नहीं की गई है। बॉटलिंग प्लांट बंद होने से दिक्कत आ रही है। अभी तक लखनऊ और वाराणसी से सिलेंडर आ रहे थे। अब वह भी नहीं आ रहे हैं। इसलिए डिलीवरी करने में समस्या आ रही है।

 

टालमटोल कर वापस कर देते हैं

राप्तीनगर के रहने वाले रोहित सक्सेना बताते हैं कि उनका कनेक्शन हिमांशु गैस के यहां हैं। काफी दिन हो गए गैस बुक किए लेकिन अभी तक उन्हें एलपीजी सिलेंडर की डिलीवरी नहीं हुई है, जिसके चलते वह परेशान हैं। वहीं उत्तरी हुमायूंपुर के रहने वाले राजेश बताते हैं कि उन्होंने भी काफी पहले गैस बुक कराया था। उन्हें अभी तक सिलेंडर की होम डिलीवरी नहीं की गई है। जबकि वे गैस एजेंसी के प्रोपराइटर से कई बार मिल चुके हैं, लेकिन हर बार टालमटोल कर वापस कर दिया जाता है।

 

एलपीजी डिलीवरी को लेकर जो भी प्रॉब्लम आ रही है। उसे शार्ट आउट करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द से जल्द यह समस्या समाप्त कर ली जाएगी।

कमलनयन सिंह, डीएसओ