लापरवाही की भेंट चढ़ गए यातायात माह के पंद्रह दिन
यातायात माह में लग रहा है आम दिनों से ज्यादा जाम
Meerut। यातायात माह के पंद्रह दिन ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के भेंट चढ़ गए। हालात ये हैं कि यातायात माह में ही शहर सबसे ज्यादा जाम से जूझ रहा है। इतना ही नहीं गुरुवार को भी शहर में भयंकर जाम लगा रहा। शहर में यातायात संभालने के लिए पर्याप्त फोर्स मौजूद है लेकिन ट्रैफिक पुलिस कागजों में ही यातायात माह को निपटाने में लगी है। एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेई का कहना है कि शहर में सड़क का चौड़ीकरण नहीं हुआ है। वाहनों का एकाएक लोड बढ़ गया है, जिससे जाम की समस्या बन रहीं है।
ट्रैफिक सेंस की कमी
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जनता में अभी ट्रैफिक सेंस की कमी है। लोग भीड़ में आगे निकलने की होड़ में अपना वाहन फंसा देते हैं। इसके बाद जाम लगना शुरू हो जाता है। कोई भी जाम खुलने के लिए दो मिनट का इंतजार नहीं करता है।
ये नहीं हुआ
पब्लिक में नहीं चलाया गया जागरूकता अभियान
ट्रैफिक नियमों को लेकर नहीं निकाली गई रैलियां
ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को नहीं बांटे नियम के पोस्टर
ट्रैफिक पुलिस ने ज्यादा से ज्यादा स्कूलों में जाने से किया परहेज
होमगार्डो के सहारे छोड़ दिया ट्रैफिक अभियान
सिर्फ यातायात माह में काटा जा रहा है चालान
फैक्ट्स
1 से 30 नवंबर तक चलेगा अभियान
नियम तोड़ने पर वसूला जाता है शमन शुल्क
सबसे ज्यादा हेलमेट व सीट बेल्ट के काटे जा रहे हैं चालान
जाम के कारण
व्यापारियों ने कर रखा है अतिक्रमण
बड़े वाहन शहर की सड़कों को करते हैं जाम
चौराहें व सड़क किनारे खड़े ठेले वालो के कारण भी लगता है जाम
रोडवेज बसों के बीच सड़क पर सवारी उतारने व बैठाने पर लगता है जाम
सड़क पर दौड़ रहे खटारा व डग्गामार वाहन लगाते हैं जाम
ट्रैफिक पुलिस की कमियां
शहर में खराब पड़े ट्रैफिक सिग्नल्स
शहर के अधिकतर चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की नहीं है तैनाती
स्टॉप लाइन का पुलिस नहीं करवाती है पालन
ट्रैफिक पुलिस का स्थानीय पुलिस के साथ नहीं है तालमेल
वसूली में पिछड़ गया मेरठ
मेरठ जिला ट्रैफिक विभाग द्वारा यातायात माह में हुई शमन शुल्क की वसूली में पिछड़ गया है। जबकि गाजियाबाद जिला पंद्रह दिनों में 40 लाख रुपये का शमन शुल्क वसूलकर पहले नंबर पर है। जबकि 35 लाख रुपये शमन शुल्क में वसूलकर नोएडा दूसरे नंबर पर है। मेरठ ने अभी तक साढ़े पांच लाख रुपये का आंकड़ा ही पार किया है। एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेई का कहना है कि ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालो के खिलाफ चालान काटने के लिए अलग से टीमें लगाई गई हैं।
15 दिनों में चालान के अांकड़े
दिन चालान जुर्माना
1 नवंबर 245 25400
2 नवंबर 498 47600
3 नंवबर 539 74900
4 नवंबर 510 30300
5 नवंबर 313 51100
6 नवंबर 205 36200
7 नवंबर 57 7200
8 नवंबर 152 16200
9 नवंबर 87 13200
10 नंवबर 476 66700
11 नवंबर 422 64221
12 नवंबर 231 23453
13 नवंबर 212 22341
14 नवंबर 124 11693
15 नवंबर 312 53211