यूनिवर्सिटी का प्रदेश में दूसरा और देश में अब 66वां स्थान

दीक्षांत समारोह में मंच से राज्यपाल ने रैंकिंग घोषित की

Meerut। प्रदेश में सीसीएसयू दूसरे नंबर की यूनिवर्सिटी बनकर उभरी है, यह घोषणा राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में मंच से की, लेकिन यहां फैली तमाम अव्यवस्थाएं बदइंतजामी और अनियमितताओं की कहानी बयां करती हैं। समारोह में राज्यपाल ने भले ही सीसीएसयू की खुले दिल से तारीफ की हो, लेकिन सिंगल विंडो की बात करें या फर्जी डिग्रियों की, सीसीएसयू हमेशा ही संदेह के घेरे में रहती है। ऐसे में दो नंबर रैकिंग की यूनिवर्सिटी होने पर कई सवाल खड़े हो जाते हैं

यह है तस्वीर

सीसीएसयू में हाल ही में एमबीबीएस की कॉपियों में गड़बडी का बड़ा मामला सामने आया था। रूपये देकर कॉपियों बदलने का यह पहला मामला नहीं था, इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। वहीं यहां आए दिन हॉस्टल में अव्यवस्था और खाने की शिकायत लेकर स्टूडेंट्स धरने पर बैठे रहते हैं। तोड़फोड़, धरने, आंदोलन के नाम पर स्टूडेंट्स के हंगामे भी जब-तब होते रहते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी स्टूडेंट्स को सिंगल विंडो पर होती है।

यह गिनाई उपलब्धियां

222 एकड़ में फैला विश्वविद्यालय है।

खेल के मैदान, कोर्ट, 400 व 1100 मीटर के दो एथलेटिक ट्रैक, तपोवन, साहित्य कुटीर, 9 राष्ट्रीय कवियों की प्रतिमा

सोलर प्लांट

9 जिलों के 981 महाविद्यालय और संस्थान संबद्ध

20 राजकीय महाविद्यालय, 50 अनुदानित महाविद्यालय, दो संघटक, सरकारी मेडिकल कॉलेज, 909 स्ववित्त पोषित महाविद्यालय

छात्राओ के लिए दो और छात्रों के लिए 6 हॉस्टल हैं।

24 घंटे पानी, बिजली की सुविधा उपलब्ध

हाल ही में स्वामी विवेकानंद की ब्रांज प्रतिमा और शहीद धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा लगाई गई