तभी तो घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन के बावजूद परविन्दर सिंह की आईपीएल से दूरी बरकरार है। यहां तक की विजय हजारे ट्रॉफी में भी परविन्दर का मुश्किल से चयन हो पाया है।

अचानक चुने गए

चौंकाने वाली बात है कि मीडिया में यूपीसीए ने विजय हजारे ट्रॉफी के लिए 15 सदस्य टीम की घोषणा की, लेकिन उसमें से परविन्दर का नाम गायब था। अगले दिन अचानक से 15 सदस्यीय टीम को 16 सदस्यीय कर दिया गया और पैरी को टीम में शामिल कर लिया गया।

आईपीएल से दूरी

परविन्दर सिंह ने फस्र्ट क्लास करियर की शुरूआत 1999 में की थी। घरेलू क्रिकेट में उनका शानदार प्रदर्शन भी रहा। लेकिन इसके बावजूद पिछले पांच आईपीएल में उन्हें जगह नहीं मिली। इस आईपीएल छह में भी पैरी को किसी टीम में चयन की उम्मीद थी, लेकिन कहानी वही रही और परविन्दर अनलकी रहे। खिलाडिय़ों की ऑक्सन लिस्ट में ना ही उनका नाम था और ना ही किसी भी टीम ने उन्हें खरीदा.शानदार करियर

 फस्र्ट क्लास करियर में 49 मैच खेलते हुए पैरी ने 35.74 के औसत से 2752 रन बनाए हैं, जिसमें आठ शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। परविन्दर का हाई स्कोर 202 रन नाबाद रहा है। वहीं घरेलू क्रिकेट में 10 टी-20 खेलते हुए पैरी ने 226 रन बनाए है। जिसमें 52 रन नाबाद उनका हाई स्कोर है।

"परविन्दर के साथ पता नहीं ऐसा क्यों हो रहा है। विजय हजारे ट्रॉफी की तैयारियों के लिए 10 फरवरी को उसने करण पब्लिक स्कूल के मैदान पर जमकर प्रैक्टिस की थी। लेकिन पता नहीं कैसे शुरू में उसे टीम में शामिल नहीं किया गया। वहीं आईपीएल में भी पैरी का बैडलक रहा है, उसके शानदार प्रदर्शन के बावजूद उसे मौका नहीं दिया जा रहा है."

अतहर अली, परविंदर के कोच