मुश्किलें आएंगी तब सोचेंगे

Allahabad :  कहीं दो जवान डंडा लिए हुए बैठे थे तो कहीं खुला दरबार था। एक स्थान ऐसा भी था जहां आप कुछ भी अंदर लेकर नहीं जा सकते। यह हाल है सिटी के शापिंग मॉल्स का। नैरोबी की घटना को नोटिस लेकर आई नेक्स्ट ने सिटी के चार मॉल की सिक्योरिटी को स्केन किया तो कुछ ऐसा ही सच सामने आया. 

Security tight रखकर भी क्या कर लेंगे

एक मॉल के मैनेजर से आई नेक्स्ट ने सवाल किया कि आपके यहां क्या सिक्योरिटी है? तो उनका जवाब मिला कि सर, जब टेरेरिस्ट पार्लियामेंट में घुसकर हमला करके चले गए तो यहां पर टाइट सिक्योरिटी करके भी क्या कर लेंगे? मैनेजर का यह जवाब इस बात की पुष्टि करने के लिए काफी है कि खुद मॉल का एडमिनिस्ट्रेशन सिक्योरिटी को लेकर कितना संजीदा है। अटलांटिस मॉल में तो कंडीशन यह है कि मॉल में घुसने के दौरान कोई पूछने वाला तक नहीं है। जबकि इस मॉल में बिग बाजार जैसे बड़े प्रतिष्ठान भी हैं. 

कैसी तैयारी, जब होगा तब देखेंगे? 

सिस्टम की चूक और ऑफिसर्स की लापरवाही का खामियाजा आम पब्लिक ही भुगतती है। मॉल की सिक्योरिटी को लेकर भी पुलिस का रवैया कुछ ऐसा ही है। आई नेक्स्ट ने चेक किया तो पता चला कि थानों में किसी भी मॉल का नक्शा ही नहीं है। पुलिस के एक सीनियर अफसर कहते हैं कि किसी आपात स्थिति में एडीए व नगर निगम ने नक्शा मांगा जाता है। वह खुद क्यों तैयार नहीं है? इसका जवाब उनके पास नहीं था. 

ङ्कष्टष्ट मॉल 
-मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ-50
-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या 
ऑन टाइम में 50, ऑफ टाइम में 25 
-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या- सात
-इंट्री व एग्जिट गेट-सात 
-पर डे पब्लिक की इंट्री-15 हजार 
 
 विनायक सिटी सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त मिली। मेटल डिटेक्टर के सामने से गुजरे बिना माल में इंट्री नहीं की जा सकती है। सिक्योरिटी गार्ड भी पब्लिक और उसके पास मौजूद सामानों को चेक करते हैं। यहां मल्टीलेवल चेकिंग सिस्टम एप्लीकेबल है। यानी मॉल में स्थिति थियेटर में भी इसी लेवल की चेकिंग की जाती है। वुमंस के लिए भी यहां पर महिला सिक्योरिटी गार्ड हैं। पार्किंग एरिया में थोड़ी लैकनेस जरूर दिखी। सिक्योरिटी इंचार्ज अजय कुमार ने कहा कि सिक्योरिटी पर्सन को आपात स्थिति से निपटने के लिए ट्रेंड किया गया है. 



अटलांटिस मॉल -
-मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ- 25
-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या 
ऑन टाइम में 15, ऑफ टाइम-10 
-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या- 3
-इंट्री व एग्जिट गेट- दो 
-पर डे पब्लिक की इंट्री- 10 हजार 

यहां पर सिक्योरिटी की हालत कमजोर है. 

अटलांटिस मॉल में इंट्री प्वाइंट पर आपको कोई टोकने वाला नहीं है। दावा भले ही किया जा रहा हो लेकिन रियलिटी चेक में आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड कहीं नजर नहीं आए। मॉल में बैग या किसी अन्य सामान के साथ इंट्री पर भी कोई रोकने वाला नहीं है। माल के अंदर स्थित शोरूम में इंट्री करने पर जरूर आपका बैग एक निश्चित स्थान पर रखवाने की व्यवस्था है। सिक्योरिटी अफसर हिमांशु जायसवाल का कहना है कि मॉल के सभी प्वाइंट्स पर सीसीटीवी कैमरा लगे हैं। इसी से हम हर आने-जाने वाले पर नजर रखते हैं. 



रिलायंस मॉल 

-मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ- 1
-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या- ऑन टाइम में 1, ऑफ टाइम-1
-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या- 0
-इंट्री व एग्जिट गेट- दो 
-पर डे पब्लिक की इंट्री- दो से तीन हजार 

यहां पर सिक्योरिटी का कहीं नाम ही देखने को नहीं मिला। इंट्री गेट पर दो गार्ड कुर्सी पर बैठते हैं लेकिन वह सिर्फ कस्टमर को आता-जाता देखते हैं। चेकिंग के नाम पर हैंड मेटल डिटेक्टर तक नहीं है। इसमें एक बैंक का ऑफिर भी है। उसी के सिक्योरिटी गार्ड के बल पर यहां सिक्योरिटी का दावा किया जाता है। कौन इंट्री कर रहा है? किसलिए कर रहा है? इससे किसी को कोई मतलब नहीं रहता है. 

विशाल मेगा मार्ट 

मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ- 7
-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या- ऑन टाइम में 5, ऑफ टाइम-2
-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या-1 
-इंट्री व एग्जिट गेट-तीन 
-पर डे पब्लिक की इंट्री- चार से पांच हजार 

विशाल मेगा मार्ट में आम्र्स स्टॉफ नहीं है, लेकिन कम स्पेस में बना होने के चलते सिक्योरिटी स्टॉफ चुस्त दुरुस्त नजर आया। इंट्री के दौरान गार्ड द्वारा सिर्फ बैग देखा जाता है। मेटल डिटेक्टर जरूर लगा हुआ है। बैग व अन्य समान होने की कंडीशन पर इसे मॉल के बाहर ही रखवा दिया जाता है। यहां सिक्योरिटी की तुलना में चोरी न हो इस पर ज्यादा फोकस रहता है. 

 

Security tight रखकर भी क्या कर लेंगे

एक मॉल के मैनेजर से आई नेक्स्ट ने सवाल किया कि आपके यहां क्या सिक्योरिटी है? तो उनका जवाब मिला कि सर, जब टेरेरिस्ट पार्लियामेंट में घुसकर हमला करके चले गए तो यहां पर टाइट सिक्योरिटी करके भी क्या कर लेंगे? मैनेजर का यह जवाब इस बात की पुष्टि करने के लिए काफी है कि खुद मॉल का एडमिनिस्ट्रेशन सिक्योरिटी को लेकर कितना संजीदा है। अटलांटिस मॉल में तो कंडीशन यह है कि मॉल में घुसने के दौरान कोई पूछने वाला तक नहीं है। जबकि इस मॉल में बिग बाजार जैसे बड़े प्रतिष्ठान भी हैं. 

कैसी तैयारी, जब होगा तब देखेंगे? 

सिस्टम की चूक और ऑफिसर्स की लापरवाही का खामियाजा आम पब्लिक ही भुगतती है। मॉल की सिक्योरिटी को लेकर भी पुलिस का रवैया कुछ ऐसा ही है। आई नेक्स्ट ने चेक किया तो पता चला कि थानों में किसी भी मॉल का नक्शा ही नहीं है। पुलिस के एक सीनियर अफसर कहते हैं कि किसी आपात स्थिति में एडीए व नगर निगम ने नक्शा मांगा जाता है। वह खुद क्यों तैयार नहीं है? इसका जवाब उनके पास नहीं था. 

VCC मॉल 

-मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ-50

-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या 

ऑन टाइम में 50, ऑफ टाइम में 25 

-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या- सात

-इंट्री व एग्जिट गेट-सात 

-पर डे पब्लिक की इंट्री-15 हजार 

 विनायक सिटी सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त मिली। मेटल डिटेक्टर के सामने से गुजरे बिना माल में इंट्री नहीं की जा सकती है। सिक्योरिटी गार्ड भी पब्लिक और उसके पास मौजूद सामानों को चेक करते हैं। यहां मल्टीलेवल चेकिंग सिस्टम एप्लीकेबल है। यानी मॉल में स्थिति थियेटर में भी इसी लेवल की चेकिंग की जाती है। वुमंस के लिए भी यहां पर महिला सिक्योरिटी गार्ड हैं। पार्किंग एरिया में थोड़ी लैकनेस जरूर दिखी। सिक्योरिटी इंचार्ज अजय कुमार ने कहा कि सिक्योरिटी पर्सन को आपात स्थिति से निपटने के लिए ट्रेंड किया गया है. 

अटलांटिस मॉल 

-मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ- 25

-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या 

ऑन टाइम में 15, ऑफ टाइम-10 

-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या- 3

-इंट्री व एग्जिट गेट- दो 

-पर डे पब्लिक की इंट्री- 10 हजार 

यहां पर सिक्योरिटी की हालत कमजोर है. 

अटलांटिस मॉल में इंट्री प्वाइंट पर आपको कोई टोकने वाला नहीं है। दावा भले ही किया जा रहा हो लेकिन रियलिटी चेक में आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड कहीं नजर नहीं आए। मॉल में बैग या किसी अन्य सामान के साथ इंट्री पर भी कोई रोकने वाला नहीं है। माल के अंदर स्थित शोरूम में इंट्री करने पर जरूर आपका बैग एक निश्चित स्थान पर रखवाने की व्यवस्था है। सिक्योरिटी अफसर हिमांशु जायसवाल का कहना है कि मॉल के सभी प्वाइंट्स पर सीसीटीवी कैमरा लगे हैं। इसी से हम हर आने-जाने वाले पर नजर रखते हैं. 

रिलायंस मॉल 

-मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ- 1

-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या- ऑन टाइम में 1, ऑफ टाइम-1

-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या- 0

-इंट्री व एग्जिट गेट- दो 

-पर डे पब्लिक की इंट्री- दो से तीन हजार 

यहां पर सिक्योरिटी का कहीं नाम ही देखने को नहीं मिला। इंट्री गेट पर दो गार्ड कुर्सी पर बैठते हैं लेकिन वह सिर्फ कस्टमर को आता-जाता देखते हैं। चेकिंग के नाम पर हैंड मेटल डिटेक्टर तक नहीं है। इसमें एक बैंक का ऑफिर भी है। उसी के सिक्योरिटी गार्ड के बल पर यहां सिक्योरिटी का दावा किया जाता है। कौन इंट्री कर रहा है? किसलिए कर रहा है? इससे किसी को कोई मतलब नहीं रहता है. 

विशाल मेगा मार्ट 

मॉल में सिक्योरिटी स्टॉफ- 7

-ऑन टाइम व ऑफ टाइम सिक्योरिटी पर्सन की संख्या- ऑन टाइम में 5, ऑफ टाइम-2

-आम्र्स सिक्योरिटी गार्ड की संख्या-1 

-इंट्री व एग्जिट गेट-तीन 

-पर डे पब्लिक की इंट्री- चार से पांच हजार 

विशाल मेगा मार्ट में आम्र्स स्टॉफ नहीं है, लेकिन कम स्पेस में बना होने के चलते सिक्योरिटी स्टॉफ चुस्त दुरुस्त नजर आया। इंट्री के दौरान गार्ड द्वारा सिर्फ बैग देखा जाता है। मेटल डिटेक्टर जरूर लगा हुआ है। बैग व अन्य समान होने की कंडीशन पर इसे मॉल के बाहर ही रखवा दिया जाता है। यहां सिक्योरिटी की तुलना में चोरी न हो इस पर ज्यादा फोकस रहता है.