-हेलीपैड की स्थिति को लेकर दिल्ली में आज प्रस्तावित बैठक पहले से थी तय

DEHRADUN :

बद्रीनाथ में शनिवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद राज्य सरकार का चारधाम में हेली सेवाएं बंद करने का कोई इरादा नहीं है। शासन की तरफ से रविवार को इस बारे में सफाई दी गई। हालांकि शासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि हेली सेवा दे रहे कंपनियों को पहले से एक पत्र जारी किया गया है, जिसमें उन्हें 16 जून तक एटीआर देने के लिए कहा है। इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक भी सोमवार को नई दिल्ली में प्रस्तावित है।

दिल्ली बैठक हादसे को लेकर नहीं

अपर सचिव आपदा वीके सुमन और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए) के मुख्य अभियंता जी सितैया ने रविवार को सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हेली सेवाओं को लेकर सोमवार को होने वाली बैठक का बद्रीनाथ में हुए हादसे कोई संबंध हैं। यह बैठक पहले से प्रस्तावित थे।

16 जून तक देनी है एटीआर

उन्होंने बताया कि डीजीसीए ने पूर्व में 31 मई तक एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) देने की तिथि नियत की थी, लेकिन राज्य सरकार के अनुरोध पर क्म् जून तक का समय दिया गया है।

क्7 मई को जारी किया था पत्र

डीजीसीए ने क्7 मई को पत्र जारी कर चारधाम यात्रा के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हेलीपैडों पर सुरक्षित परिचालन के लिए सुझाव दिए थे। इन सुझावों को पूर्ण करने के लिए फ्क् मई तक का समय दिया गया था। इसी पत्र में क्क् जून तक मानक पूरे नहीं होने पर सेवाएं निलंबित करने की बात कही गई थी। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दिए गए सुझावों को पूर्ण करते एटीआर डीजीसीए को भेजी जानी है। इसके लिए डीजीसीए ने राज्य सरकार के अनुरोध पर क्म् जून तक का समय दिया है।

बद्रीनाथ हादसे की जांच

उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ में हुए हेलीकॉप्टर हादसे की जांच के लिए डीजीसीए की तीन सदस्यीय टीम और स्थानीय प्रशासन की टीम रविवार को घटना स्थल गई। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही हादसे के सही कारण सामने आ पाएंगे। हेलीकॉप्टर में निर्धारित से ज्यादा लोगों के सवाल पर उन्होंने कहा कि निर्धारित वजन के अनुसार ही यात्री सवार थे। हालांकि, सही स्थिति जांच रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगी।

चार हेलीपैड बंद होने की थी सूचना

इससे पहले सूचना थी कि सहस्रधारा, हर्षिल, बद्रीनाथ और खर्साली हेलीपैड हेली सेवाएं संचालित करने के योग्य नहीं पाये गये हैं। इनमें टेक ऑन और टेक ऑफ बेहद असुरक्षित तरीके से किया जा रहा था, इसलिए इन चार हेलीपैड को अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया गया है।