GARHWAL: बदरीनाथ नेशनल हाईवे ऋषिकेश से लेकर श्रीनगर तक तीन लेन का बनाया जाएगा। योजना पर नवंबर से काम शुरू करने की बात कही जा रही है। करीब क्00 किलोमीटर के इस हाईवे को तीन लेन करने में  करोड़ रुपए की लागत आएगी।

 

- 600 मीटर लंबा एलीवेटेड ब्रिज बनेगा मरीन ड्राइव में

- 72 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा जुयालगढ़ टर्न पर

- 3 निर्माण एजेंसियां करेंगी हाईवे का विस्तारीकरण

 

वन मंत्रालय की स्वीकृति बाकी

बताया जा रहा है कि हाईवे ब्रॉडनिंग के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की स्वीकृति मिलनी अभी बाकी है। हाईवे ब्रॉडनिंग के लिए क्0ब्.789 हेक्टेयर फॉरेस्ट लैंड केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के नाम हस्तान्तरित की जानी है। इसको लेकर केंद्र के वन विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून के अधिकारियों ने बीते क्भ् सितम्बर को स्थलीय निरीक्षण भी किया था। लोनिवि एनएच डिवीजन श्रीनगर के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि वन विभाग से सम्बन्धित वन भूमि की स्वीकृति मिलते ही एनएच का विस्तारीकरण शुरू कर दिया जाएगा।

 

तीन एजेंसियां करेंगी निर्माण

हाईवे ब्रॉडनिंग के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ब्रॉडनिंग का काम तीन निर्माण एजेंसियां देखेंगी। इनमें मुनिकीरेती से कौडि़याला, कौडि़याला से देवप्रयाग और देवप्रयाग से स्वीत पुल तक अलग-अलग निर्माण एजेंसी काम करेंगी। लोनिवि एनएच डिवीजन श्रीनगर के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि कीर्तिनगर से स्वीत पुल तक नेशनल हाइवे चौड़ीकरण को लेकर 8.8क् हेक्टेयर वन भूमि की फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल चुकी है।

 

मरीन ड्राइव में एलीवेटेड ब्रिज

ऑल वेदर रोड योजना के तहत बदरीनाथ हाईवे पर ब्यासी से कुछ दूर मरीन ड्राइव इलाके में नेशनल हाईवे के विस्तारीकरण के लिए पहाड़ नहीं काटा जाएगा। वायाडक्ट टेक्नीक के जरिए यहां पर करीब म्00 मीटर लंबा एलीवेटेड ब्रिज बनाया जाएगा। कीर्तिनगर और लक्षमोली के बीच जुयालगढ़ मोड़ पर गदेरे में वर्तमान पुलिया की जगह लगभग 7ख् मीटर लंबा नया पुल भी इस योजना में शामिल है। पंतगांव मोड़ पर कॉज-वे पर ब्रिज बनेगा।