RANCHI: एक अपराधी ने अपनी बहन के घर को ही क्राइम का अड्डा बना लिया था और सिटी के व्यवसायियों से लेवी वसूलता था। यह खुलासा बादशाह गिरोह के सुप्रीमो रवि उर्फ जितेंद्र महतो उर्फ सिंहजी समेत पांच अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। सरगना की बहन बहन हटिया में सब्जी बेचने का काम करती है, जहां से वह नामकुम, नगड़ी, तुपुदाना के व्यवसायियों से लेवी वसूलने के लिए पत्र लिखता व फोन करता था। इसकी सूचना एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को मिली तो उन्होंने एक टीम गठित की। जिसने छापेमारी कर गिरोह को दबोच लिया। गिरफ्तार अपराधियों में इनमें कर्रा-खूंटी के सुप्रीमो समेत खूंटी का संजय स्वांसी, बउवा उरांव उर्फ बबलू कर्रा-खूंटी, अमर महतो उर्फ डॉक्टर तुपुदाना शामिल हैं। अमर ठेकेदारों व व्यवसायियों का मोबाइल नंबर जितेंद्र महतो को उपलब्ध कराता था, जिनसे लेवी वसूलते थे। वहीं, गठित टीम में डीएसपी अमित कच्छप, नामकुम इंस्पेक्टर राय सौमित्र पंकज भूषण, नगड़ी थानेदार रामनारायण सिंह, तुपुदाना ओपी प्रभारी प्रकाश यादव को इन अपराधियों को पकड़ने का निर्देश दिया। सभी ने अलग-अलग टीम बनाकर छापेमारी अभियान शुरू चलाया था।

बेनटोली जंगल में बैठा था सरगना

इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि बादशाह गिरोह के सुप्रीमो रवि उर्फ जितेंद्र महतो उर्फ सिंहजी लेवी का पैसा लेने के लिए बेनटोली के जंगल में बैठे हैं। इस सूचना पर पुलिस ने वहां घेराबंदी की। घेराबंदी में चारों को जब पकड़ने की कोशिश हुई तो सभी वहां से भागने लगे। इसी क्रम में पुलिस ने खदेड़ कर चारों को पकड़ लिया।

नगड़ी के व्यवसायी टीपू महतो से मांगे थे दो लाख

सुप्रीमो रवि उर्फ जितेंद्र महतो उर्फ सिंहजी ने अपने गिरोह के साथ नगड़ी के व्यवसायी टीपू महतो को फोन कर दो लाख की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। इस मामले में नगड़ी ओपी में बादशाह गिरोह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उस वक्त से नगड़ी थानेदार रामनारायण सिंह ने बादशाह गिरोह के खात्मे के लिए ही नगड़ी का थानेदार बनाया गया था।

क्या-क्या हुआ बरामद

लोहे का बना देशी डबल बैरल बंदूक-एक

12 बोर का बुलेट-दो

12 बोर का छर्रा गोली-दो

देशी कटटा-एक

जिंदा गोली- दो

मोबाइल- दो

बाइक-दो