- 2013 से नियमों में हो रहे बदलाव से उपभोक्ता हुए परेशान

BAREILLY:

दस लाख से अधिक एनुअल इनकम वाले कंज्यूमर्स की पहचान के लिए पैन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। लिहाजा, बिना पैन कार्ड के ऑनलाइन गैस बुकिंग एक्सेप्ट ही नहीं हो रहा है। मोबाइल से बुकिंग पर अभी यह बाध्यता नहीं है। हालांकि, गैस एजेंसीज ओनर गैस डिलीवरी के साथ पैन कार्ड की कॉपी भी मांग रहे हैं।

अब मांगा जा रहा पैन कार्ड

दस लाख से अधिक सालाना आय वालों की सब्सिडी बंद करने का सरकार ने फैसला लिया है। कंज्यूमर्स अपनी एनुअल इनकम खुद से बताने से रहे। ऐसे में, कंज्यूमर्स के पैन कार्ड लिए जाने को अनिवार्य कर दिया गया है। लिहाजा, अब सभी कंज्यूमर्स को पैन कार्ड जमा करना पड़ेगा।

उपभोक्ताओं की चालाकी ने

गैस सब्सिडी को लेकर कुछ उपभोक्ता चालाकी भी करने लगे। चूंकि, उनकी आय दस लाख से अधिक थी, तब उन्होंने पति व पत्नी के नाम पर गैस ट्रांसफर करने की योजना बनायी। पर पेट्रोलियम कंपनियों ने उपभोक्ताओ के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। उपभोक्ताओं से यह कहा गया कि पति या पत्नी की सालाना आय मिलाकर या अकेले भी दस लाख है, तब भी उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। सरकारी और व्यावसायिक आय के साथ ही खेती से होने वाले इनकम को इस दायरे में रखा गया है।

ऑनलाइन बुकिंग में पैन कार्ड

गैस की बुकिंग फिलहाल चार तरीके से हो रही है। इनमें ऑनलाइन बुकिंग, एसएमएस, आईवीआरएस और मोबाइल एप का ऑप्शन शामिल है। पिछले तीन साल से गैस सब्सिडी को लेकर नियमों में बदलाव होते आ रहा है। जिसके चलते उपभोक्ता सिर्फ गैस सब्सिडी बचाने में ही उलझ कर रह गए है।

कैसे बनवाएं पैन कार्ड

पैन कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है। आप एनएसडीएल के पोर्टल www.tin-nsdl.com और

www.incometaxindia.gov.in पर जाकर पैन कार्ड बनवा सकते हैं। इसके अलावा शहर में खुले सर्विस सेंटर के जरिए भी अप्लाई किया जा सकता है। सर्विस सेंटर पर जाकर आपको फॉर्म 49 ए भरना होगा। पैन कार्ड के लिए दो फोटो, आईडेंटी और अड्रेस प्रूफ की सेल्फ अटेस्टेड फोटो कापी देनी होती है।

एक नजर हुए बदलाव पर

- 2013 केवाईसी फॉर्म भरवाया गया और वह बाद में किसी काम नहीं आया।

- 2014 डायरेक्ट बेनीफिट योजना लागू हुई

- 2015 आधार लिंकअप के नाम पर उपभोक्ताओं को कई तरह की परेशानियां हुई।

- 2016 जिनके पास पैन कार्ड नहीं हैं, वे बनवाएंगे।

पैन कार्ड स्वेच्छा से मांगा जा रहा है। ताकि, उनके सालाना आय की जानकारी मिल सके।

पीवी सिंह, सीनियर एरिया मैनेजर, इंडियन ऑयल

ऑनलाइन बुकिंग के दौरान पैन कार्ड का आ रहा ऑप्शन सालाना आय की जानकारी पता करने के लिए है। हम लोग भी उपभोक्ताओं से पैन कार्ड जमा करने के लिए कह रहे हैं।

श्यामदा, प्रोपराइटर, गैस एजेंसी