-अफसरों का कहना नगर निगम कूड़ा हटवाए तो आग पर काबू पाना संभव

-कूडे़ के पहाड़ पर नहीं चढ़ पाते है फायर टेंडर, पास में नहीं है फायर हाइड्रेंट

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बाकरगंज में कूड़े के ढेर में लगी आग बुझाने के लिए नगर निगम के अफसरों की नींद अभी तक नहीं टूटी है। आग कितनी भीषण है इसका अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि थर्सडे को तीन फायर टेंडर भेजने के बाद कूड़े में लगी आग को बुझाने से अब फायर ब्रिगेड के अफसरों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। फायर ब्रिगेड के अफसरों का कहना है इस तरह तो वह एक वर्ष में भी बाकरगंज के कूड़े में आग को नहीं बुझाया जा सकता। अफसरों का कहना है कि बाकरगंज में कूड़े का पहाड़ बहुत बड़ा है। आग कूड़े में बहुत नीचे तक पहुंच गई है जिसकी वजह से आग बुझाने के बाद अगले दिन हवा चलने पर फिर से आग धधकने लगती है। नगर निगम जेसीबी से कूड़े की खोदाई करे तो फायर टेंडर से पानी का छिड़काव करके आग बुझाना संभव है। आग से आसपास के लोगों को भी परेशानी हो रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सुलगती आग के धुएं के कारण सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है।

कैसे बुझ सकती है आग

-कूडे़ के पहाड़ को पार्टिसन में बांट दिया जाए।

-नगर निगम की गाडि़यां गीला और सुलगता हुआ कूड़ा ढेर पर न डालें।

-कूड़े के पहाड़ के आसपास स्मैकियों के बैठने पर रोक लगे।

-नगर निगम जेसीबी लगा कर कूड़े की खोदाई कराए तभी फायर ब्रिगेड आग पर काबू पा सकती है।

-कूड़े के पहाड़ के पास फायर हाइड्रेंट लगाया जाए।

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क्या कहते हैं जिम्मेदार

कूड़ा निस्तारण प्लांट लगने के बाद ही संभव

कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर प्लांट लग जाएगा जिसके बाद ही कूड़े की आग बुझना संभव है।

राजेश श्रीवास्तव, नगर अायुक्त

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कूड़े पर नहीं चढ़ पाते फायर टेंडर

बाकरगंज में कूड़े के पहाड़ में आग लगने की सूचना पर थर्सडे को भी तीन फायर टेंडरों को भेजा था, फायर टेंडर कूडे़ के पहाड़ पर नहीं चढ़ पाती है जिससे पानी कूड़े में गहराई तक नहीं पहुंच पाता है। जिससे फिर आग धधकने लगती है। इस तरह से तो आग एक वर्ष में भी नहीं बुझाई जा सकती है। नगर निगम कूड़े के ढेर की खोदाई करवाए तभी कुछ हो सकता है।

केएन रावत, सीएफओ