- ऋषिकेश के निकट भोगपुर स्थित होम एकेडमी में स्टूडेंट् की मौत का मामला

- बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग

देहरादून, ऋषिकेश के निकट भोगपुर स्थित होम ऐकेडमी में स्टूडेंट् की मौत के मामले में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग की है.

पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं

बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि होम एकेडमी में स्टूडेंट की मौत मामले में उन्हें पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है. इसीलिए मामला सीबीआई को सौंपा जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने अभी तक स्कूल के मुख्य प्रबंधक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. आयोग की अध्यक्ष ने हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के डॉक्टर की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि बेहोशी की हालत में जब वासु यादव को अस्पताल ले जाया गया तो एक डॉक्टर ने बताया कि वासु यादव की मौत फूड प्वाइज¨नग से हुई है. यह बात किस आधार पर कही गई. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ है कि मौत का कारण अत्याधिक मारपीट और रक्तस्राव है. उन्होंने सवाल उठाया कि वासु के शरीर पर चोट या खरोच के निशान रहे होंगे. आयोग की अध्यक्ष ने पंचनामा भरने वाले पुलिस अफसरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए. 10 मार्च को होम अकेडमी में सातवीं कक्षा के छात्र वासु यादव की 12वीं कक्षा के दो छात्रों ने क्रिकेट के बल्ले व विकेट से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में पुलिस ने 26 मार्च को स्कूल प्रबंधक, वार्डन, व्यायाम शिक्षक व दोनों छात्रों को गिरफ्तार कर दिया था.

नहीं आए वासु के पिता

वासु यादव के पिता झपटू यादव ने शुक्रवार को मेरठ से यहां पहुंचना था. मगर, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष से हुई बातचीत के बाद उन्होंने बताया कि वह अब दो अप्रैल को यहां आएंगे. दरअसल झपटू यादव की पुत्री भी इसी स्कूल में पढ़ती है. वासु की मौत के बाद वह उसे अपने साथ मेरठ ले गये थे. झपटू यादव की पुत्री का दो अप्रैल को इसी स्कूल में पेपर है. परीक्षा दिलाने के लिए वह बेटी को लेकर यहां आएंगे.

डीएम से निष्पक्ष जांच की मांग

नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में मेडिकल बनाने वाला जौलीग्रांट हॉस्पिटल के डॉक्टर और जांच करने वाली पुलिस टीम की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान ने बाल आयोग की पहल का स्वागत करते हुए कार्रवाई की मांग की है.