- नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग में की शिकायत

- स्कूल बंद होने से 306 स्टूडेंट्स के फ्यूचर पर उठाया सवाल

देहरादून,

दून पब्लिक एकेडमी को बंद किए जाने और इससे स्टूडेंट्स के फ्यूचर के सवाल पर नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग में कम्प्लेन दर्ज कराई है. एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान ने बताया कि सहस्त्रधारा रोड स्थित दून पब्लिक एकेडमी की प्रिंसिपल सीमा गोयल द्वारा स्कूल बन्द किया जा रहा है, जिससे 254 बच्चे सामान्य व 52 बच्चे आरटीई के तहत रजिस्टर्ड हैं. स्कूल बंद होने से इन बच्चों का फ्यूचर का क्या होगा, इस मसले का हल निकालने की उन्होंने मांग की है.

सीईओ ने झाड़ा पल्ला

आरिफ खान ने बताया कि इसकी कम्प्लेन एजुकेशन डिपार्टमेंट के सीईओ से 11 मार्च को की गई थी. जिस पर सीईओ आशा रानी पैन्यूली ने राइट टू एजुकेशन का हवाला देते हुए प्रिंसिपल को इस वर्ष स्कूल बंद न करने का नोटिस जारी किया था. लेकिन, स्कूल की प्रिंसिपल सीमा गोयल द्वारा शिक्षा विभाग के सभी आदेशों को अनदेखा करते हुए बच्चों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इससे पैरेंट्स के सामने बच्चों को पढ़ाने की समस्या खड़ी हो गयी है, इतना ही नहीं बच्चे व पैरेंट्स को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है. आरिफ खान ने बताया कि दोबारा जब सीईओ से इस प्रकरण पर बात करनी चाही तो सीईओ ने पल्ला झाड़ लिया है. इसके बाद नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स ने इस सम्बंध मे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के नाम एक शिकायती पत्र बना कर राज्य बाल आयोग मे कम्प्लेन दर्ज कर दी है.