VARANASI: मॉल में जब आपके बंदे बताया कि आगामी चुनाव के लिए आप मुद्दे बताइये तो मुझे सुन कर थोड़ी हैरानी हुई। फिर जब मैंने पूरा माजरा समझा तो बहुत ही ज्यादा खुशी हुई। लगा, चलिये किसी को तो याद हैं असल मुद्दे। वरना पॉलिटिक्स से तो मुझे नफरत सी हो चुकी है। पार्टियां सिर्फ वही बात करती हैं जो वो चाहती हैं। ना तो जमीन से जुड़े नेता हैं और ना ही उनके पास जमीन से जुड़े मुद्दे। आई नेक्स्ट ने मुद्दे की बात करके जो अभियान शुरू किया है वो मेरी नजर में बहुत ही जेनुइन है। मैं चाहूंगा कि पब्लिक की ओर से आने वाले मुद्दों पर पॉलिटिकल पार्टियों से दो-टूक बात की जाए। पता तो चले कि पब्लिक के मुद्दे पर वो क्या स्टैंड लेते हैं। सिर्फ वायदे करते हैं या इन मुद्दों को अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह भी देते हैं।

- शौभिक गांगुली, बिजनेसमैन