- पिछले दिनों लखनऊ में व्यापारी नेता कंछल की पिटाई के विरोध में बंद के आह्वान का दिखा मिला जुला असर

- कहीं बंद रही दुकानें तो कहीं खुले रहे शटर, व्यापारिक संगठनों ने जुलूस निकाल बंद कराई दुकानें

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ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ : उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद बनवारी लाल कंछल पर पिछले दिनों लखनऊ में हुए हमले के विरोध में प्रदेश बंद का मिला जुला असर गुरुवार को बनारस में दिखा। शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कंछल गुट से जुड़े कारोबारियों ने दुकानें बंद रखीं जबकि विरोधी गुट से जुड़े व्यापारियों के प्रतिष्ठान खुले रहे। बंदी का सबसे ज्यादा असर पूर्वाचल की प्रमुख केराना मंडी विश्वेश्वरंगज व गोला दीनानाथ मंडी में दिखा। यहां सभी दुकानें बंद रही। कारोबारियों के अनुसार एक दिन की बंदी से करीब पचास करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ।

कंछल गुट से जुड़े काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश बंद के तहत बनारस बंद का आह्वान किया था। बावजूद इसके व्यापारिक संगठनों के कई गुटों में विभाजित होने से बनारस में बंद का मिला जुला असर रहा। बंद को सफल बनाने के लिए एक गुट ने सारी ताकत झोंक दी। शहर के प्रमुख बाजारों में आम दिनों की तरह ही कारोबार हुआ। हालांकि काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने दावा किया था कि शहर के व्यापारिक संगठन उनके साथ है। इसके लिए एक दिन पहले उन्होंने 72 संगठनों ने समर्थन दिया है। उन संगठनों की सूची जारी की थी लेकिन जिन संगठनों ने बंद का समर्थन किया था, उनके ही कुछ प्रतिनिधि दुकान का शटर खोलकर अपने रूटीन पर दिखे।

निकाला जुलूस

काशी व्यापार प्रतिनिधिमंडल व उससे जुड़े संगठनों ने दोपहर में विश्वेश्वरगंज से जुलूस निकाला। व्यापारियों का समूह कतुआपुरा, मच्छोदरी, हरतीरथ, दूध कटरा, भैरवनाथ चौराहा पहुंचे और सभा की। सभा में काशी व्यापार प्रतिनिधिमंडल के महामंत्री राजकुमार शर्मा ने कहा कि व्यापारी नेता बनवारी लाल कंछल पर हमला करने वाले अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए। जब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी व्यापारिक संगठन संघर्ष जारी रखेंगे। अगली रणनीति के लिए प्रदेश के पदाधिकारियों संग बैठक कर तय की जाएगी। जुलुस में राकेश जैन, मनोज पांडेय, अशोक कसेरा, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, रमेश केशरी, अखिलेश सिंह, श्रीप्रकाश पांडेय, प्रकाश साहू, महेंद्र गुप्ता, विजय यादव, अशोक अग्रहरि, मुकेश जायसवाल, विष्णु जायसवाल, प्रदीप गुप्ता, रामसेवक सिंह, पवन जायसवाल, मनोज त्रिपाठी, प्रशांत जायसवाल सहित सैकड़ों व्यापारी शामिल थे।

टहलकर की दुकानें बंद करने की अपील

चौक क्षेत्र में प्रदीप गुप्ता, मदन अग्रवाल, सोनेलाल, अंजनी मिश्रा सहित अन्य व्यापारियों ने दुकानें बंद करने की अपील की। इसी तरह पानदरीबा में सैयद अमरान, मनोज चौरसिया, संजय गुप्ता के नेतृत्व में व्यापारियों का जत्था बाजार में भ्रमण किया। चेतगंज क्षेत्र में लालबाबू जायसवाल, आकाश साहनी, प्रकाश साहू, महेंद्र गुप्ता ने दुकानें बंद करने की अपील की। कुमार लाल सचदेवा, राकेश पांडेय, अशोक खट्टर, कृष्णा भार्गव के नेतृत्व में भेलूपुर सोनारपुरा, सिगरा आदि क्षेत्र में व्यापारियों का जत्था घुमकर दुकानें बंद कराई हालांकि कुछ देर बाद प्रतिष्ठान खुल गए।

दिखा टकराव का हाल

पूर्वाचल की प्रमुख गल्ला मंडी विशेश्वरगंज में बंद कराने के लिए छात्र नेताओं का सहारा लिया गया। इसे लेकर कंछल व मिश्रा गुट के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। टकराव को देखते हुए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। वहीं पंचक्रोशी रोड नई बस्ती व्यापार मंडल से जुड़े कारोबारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर काला झंडा लगाकर विरोध किया। मंडल अध्यक्ष कपूर चंद्र शाह के नेतृत्व में जुलूस भी निकाला गया।

कहीं बंद, कहीं खुला

- व्यापारी नेता कंछल पर हुए हमले के विरोध में बुलाया गया था प्रदेश बंद

- बंद का शहर में दिखा मिला जुला असर

- बंदी का सबसे ज्यादा असर पूर्वाचल की सबसे बड़ी केराना मंडी विशेश्वरगंज में देखने को मिला

- यहां बंदी के कारण करोड़ो का कारोबारी प्रभावित हुआ

- वहीं गोला स्थित केराना मंडी भी बंद होने से लाखों का कारोबार प्रभावित हुआ

- कुल मिलाकर एक दिन की बंदी से लगभग 50 करोड़ के कारोबार का नुकसान हुआ है

- बंदी का असर दवा की दुकानों सहित जरुरत के सामानों की अन्य दुकानों पर नहीं दिखा