षष्ठी से शुरू होता है नवरात्र
हर जगहों पर नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है। कलश स्थापना के साथ मां की पूजा हर घर और पंडाल में जारी है। लेकिन बंगाली अखाड़ा में मां की पूजा षष्ठी से शुरू होती है। इस संबंध में पूजा समिति के सेक्रेटरी शुभेन्द्रू घोष ने बताया कि षष्ठी की पूजा के बाद मां का पट खुल जाता है। 5 दिनों के इस पर्व में महासप्तमी से नवमी तक चण्डीपाठ होता है। साथ में हर दिन भगवान को भोग लगाया जाता है।
सालों बाद दिन में होगी संधि पूजा
बंगाली अखाड़ा में संधि पूजा दिन में ही आयोजित होगी। यह पूजा 12 अक्टूबर को दिन में 4 बजे से शुरू होगी। इस संबंध में श्री घोष ने बताया कि कई सालों के बाद ऐसा संयोग हो रहा है कि संधि पूजा दिन में आयोजित की जाएगी। क्योंकि संधि पूजा अष्टमी और नवमी के बीच में होती है। लेकिन 12 अक्टूबर को शाम के बाद नवमी शुरू हो जाएगा। इस कारण 12 अक्टूबर के दिन में ही इस पूजा का आयोजन किया जाएगा।
 

10 अक्टूबर - षष्टी पूजा। सुबह 9.38 बजे से षष्टी श्ुारू होगा। इसी दिन शाम में बोधन भी मनाया जाएगा।
 
11 अक्टूबर - सप्तमी पूजा। सुबह 8.32 बजे से सप्तमी श्ुारू होगा। इसी दिन महासप्तमी की पूजा भी होगी।
 
12 अक्टूबर - महाअष्टमी पूजा। सुबह 7.04 मिनट पर महाअष्टमी होगा। इसी दिन के 11 बजे कुंवारी पूजन श्ुारू होगा। उसके बाद 4 बजे शाम से संधिपूजा शुरू होगी, जो 4.48 बजे तक चलेगी।
 
13 अक्टूबर  - महानवमी पूजा। सुबह 9.39 बजे पर नवमी शुरू होगा। इसके बाद दोपहर बाद नवमी की पूजा की जाएगी।
 
14 अक्टूबर - 8.41 बजे पर दशमी शुरू होगा। इसी दिन दुर्गा पूजा का समापन, कलश विसर्जन किया जाएगा.
 


पटना में यहां होती है बंगाली पद्धति से पूजा
- बंगाली अखाड़ा, आर ब्लॉक
- बंगाली अखाड़ा, नाला रोड
- न्यू एरिया, कदमकुंआ
- बंगाली अखाड़ा, गर्दनीबाग
- रामकृष्ण मिशन आश्रम, नाला रोड
- इंजीनियरिंग क्लब, बुद्ध मार्ग

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