दूसरे नंबर पर पुणे और तीसरे पर एनसीआर

नई दिल्ली (प्रेट्र)। सबसे ज्यादा वेतन देने के मामले में बेंगलुरू के बाद दूसरे नंबर पर पुणे में सबसे ज्यादा वेतन मिलता है। यहां का वार्षिक औसत 10.3 लाख रुपये का था। 9.9 लाख रुपये वार्षिक औसत के साथ तीसरे नंबर पर एनसीआर रहा। इसके बाद 9.2 लाख रुपये वार्षिक वेतन पैकेज के साथ मुंबई चौथे नंबर पर था। इसके बाद 8 लाख रुपये वार्षिक औसत के साथ चेन्नई, 7.9 लाख रुपये औसत वार्षिक वेतन पैकेज के साथ हैदराबाद और 7.2 लाख रुपये वार्षिक वेतन पैकेज के साथ कोलकाता का नंबर आता है।

फर्मा और हेल्थकेयर में सबसे ज्यादा पैसा

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में फर्मा और हेल्थकेयर इंडस्ट्री में पेशेवरों को सबसे ज्यादा पैसा मिलता है। इस सेक्टर में औसत वार्षिक सीटीसी 9.6 लाख रुपये का है। इस औसत में इस इंडस्ट्री के सभी लेवल और फंक्शंस शामिल हैं। जीएसटी लागू होने के कारण सर्विस क्षेत्र के पेशवरों की डिमांड में थोड़ी कमी आई, जिससे 9.4 लाख वार्षिक सीटीसी के साथ यह सेक्टर इस बार दूसरे नंबर पर रहा। एफएमसीजी सेक्टर 9.2 लाख रुपये औसत वार्षिक सीटीसी के साथ सबसे ज्यादा वेतन देने वाली तीसरी सबसे ज्यादा वेतन देने वाली इंडस्ट्री रही। 9.1 लाख रुपये औसत वार्षिक सीटीसी के साथ आईटी सेक्टर चौथा सबसे ज्यादा वेतन देने वाला सेक्टर रहा। वहीं 9 लाख रुपये औसत वार्षिक सीटीसी के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर, रीयल इस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर रहा।

अनुभव आधार पर डॉक्टरों की सैलरी हाई

6 से 10 साल के अनुभव आधार पर वेतन की बात करें तो सबसे ज्यादा वेतन डॉक्टरों का आता है। स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का औसत वार्षिक सीटीसी 18.4 लाख रुपये रहा। इसके बाद दूसरे नंबर पर 15.1 लाख रुपये औसत वार्षिक वेतन के साथ आर्किटेक्ट रहे। 14.8 लाख रुपये औसत वार्षिक वेतन के साथ प्रोडक्ट इंजीनियरिंग स्पेशलिस्ट तीसरे नंबर पर रहे। वहीं ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट 14.6 लाख रुपये औसत वार्षिक सीटीसी के साथ चौथे नंबर पर रहे। रेंडस्टैड इनसाइट्स सैलरी ट्रेंड्स रिपोर्ट 2018 में 20 इंडस्ट्री के वर्टिकल्स और 15 फंक्शंस के तहत 1 लाख नौकरियों का विश्लेषण किया गया। रेंडस्टैड इंडिया के एमडी एंड सीईओ पॉल ड्यूपिस ने कहा कि अच्छा सैलरी स्ट्रक्चर टैंलेंट को इंडस्ट्री में लाने और उन्हें उत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

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