-गढ़ रोड पर काली नदी के पास नोबल पब्लिक स्कूल के पीछे खेत में मिला शव

-9 लाख की देनदारी से बचने के लिए राजकुमार ने ही रची हत्या की साजिश

Meerut: कोआपरेटिव बैंक के ब्रांच मैनेजर की हत्या का सच आखिरकार सामने आ ही गया। वह 2 जुलाई को गायब हो गए थे। हत्यारों की निशानदेही पर पुलिस ने गढ़ रोड स्थित काली नदी के निकट एक खेत से उसका शव बरामद किया। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर कपड़ों के आधार पर शव की शिनाख्त की। पुलिस के मुताबिक टै्रक सूट फैक्ट्री के मालिक राजकुमार ने ही 9 लाख की देनदारी से बचने के लिए बैंक मैनेजर की हत्या की।

ये था मामला

खरखौदा थानाक्षेत्र के गांव काजीपुर निवासी प्रताप सिंह कचहरी के निकट स्थित कोऑपरेटिव बैंक की ब्रांच में जूनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। विगत शनिवार की शाम पांच बजे वे ब्रांच से घर के लिए निकले थे। करीब सात बजे उन्होने अपनी बेटी से बात की थी, जिसमें उन्होने आनंद हॉस्पिटल के पास से कुछ अमाउंट लेकर आने की बात बताई थी। उसके बाद से उनका फोन अचानक स्वीच ऑफ आने लगा था।

दिए थे 9 लाख

मैनेजर की तलाश के लिए रोजाना उनके परिजन व अन्य लोग थाने पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसके अलावा परिजनों ने छह लोगों नामजद करते हुए थाने में तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में भी लिया था। बैंक के जूनियर मैनेजर ने करीब नौ लाख रुपये काशीराम कालोनी निवासी राजकुमार को ब्याज पर दिए थे। राजकुमार जागृति विहार सेक्टर 5 में ट्रैक सूट बनाने की फैक्ट्री चलाता है। दो जुलाई की शाम को ड्यूटी से सीधे प्रताप सिंह राजकुमार के पास गए और इसके बाद से लापता हो गए। तलाश करने के बाद भी जब पता नहीं चला तो परिजनों ने राजकुमार और अन्य को अपहरण के मामले में नामजद कर दिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी राजकुमार और उसका भाई संजय टूट गए और बैंक मैनेजर की हत्या की बात कबूल की।

देनदारी से बचने को हत्या

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नौ लाख रुपये की देनदारी से बचने के लिए उन्होने उसी दिन प्रताप सिंह की हत्या कर दी थी। इस वारदात में राजकुमार, उसका भाई संजय और राजकुमार का नौकर विकास शामिल था। शव को उन्होंने एक सफेद कट्टे में भरकर काली नदी में अब्दुल्लापुर की ओर फेंक दिया था।

कंकाल में तब्दील था शव

हत्यारों की निशानदेही पर पुलिस ने गुरुवार को गले-सड़े शव को बरामद कर लिया। साथ ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव का डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया है। जब पुलिस ने मौके पर जाकर देखा शव पूरी तरह से सड़ चुका था और कुत्तों ने उसे नोचा हुआ था। शव में कीड़े भी पड़े हुए थे। आरोपियों से पूछा तो उन्होंने बताया कि बैंक मैनेजर की हत्या के बाद कपड़े उतारकर वहीं काली नदी की पटरी पर कुछ दूर आगे फेंके थे।

कपड़े किए बरामद

पुलिस ने आरोपियों के बताने पर कपड़े, राजकुमार की फैक्ट्री में छिपाकर रखा गया प्रताप सिंह का मोबाइल, टिफिन व घड़ी भी बरामद की गई।

हत्यारों के बताने पर बैंक मैनेजर प्रताप सिंह का शव बरामद कर लिया गया है। परिजनों ने कपड़े व अन्य सामान को देखकर शव की शिनाख्त की है। हत्यारों ने देनदारी से बचने के लिए प्रताप सिंह की हत्या की है। मुख्य आरोपी सहित सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है।

-जे.रविंदर गौड, एसएसपी।