PATNA: शौचालय घोटाले में गुरुवार को एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिना हस्ताक्षर के ब्लैंक चेक को पास करने वाले बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। शिव कुमार मौजूदा समय में बक्सर के गरहथा में स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक हैं। घोटाला उस समय का बताया जा रहा है जब वह पटना के गांधी मैदान स्थित मेन ब्रांच में डिप्टी मैनेजर के पद पर तैनात थे। शौचालय घोटाले की ये पहली गिरफ्तारी है। हालांकि पुलिस ने पूछताछ के लिए कई बैंक कर्मियों को हिरासत में लिया और चर्चा है कि दो को गिरफ्तार किया जाएगा।

 

बैंक मैनेजर की थी सांठगांठ

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बैंक मैनेजर शिव कुमार ने पीएचईडी के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिन्हा व रोकड़पाल बिटेश्वर से साठगांठ कर बगैर हस्ताक्षर एक दर्जन से अधिक चेक को पास कर दिया था। उन्होंने लाभार्थी के खाते में जाने वाली धनराशि को एनजीओ के खाते में ट्रांसफर कर दिया था। पूछताछ में शिव कुमार ने पीएचईडी, जिला प्रशासन सहित बैंक के अधिकारी और कर्मियों की मिलीभगत की बात उजागर की है।

 

बैंक के इर्द-गिर्द घूम रही जांच

घोटाले के सभी चेक गांधी मैदान एसबीआइ की मुख्य शाखा से क्लीयर हुए हैं। इसलिए पुलिस की जांच अभी बैंक के आस पास ही चल रही है। इसमें अफसरों के साथ कर्मचारियों को हिरासत में लिया जा रहा है। पुलिस ने केस दर्ज करने के दूसरे दिन से एसबीआइ के अधिकारी और चार बैंक कर्मियों से पूछताछ शुरू की थी। इस दौरान पता चला कि बक्सर के गरहथा एसबीआइ शाखा के प्रबंधक शिव कुमार ख्0क्म् में गांधी मैदान मुख्य शाखा में डिप्टी मैनेजर पद पर तैनात थे। पुलिस ने बक्सर एसबीआइ पहुंचकर शिव कुमार से पूछताछ की। दो बार हुई पूछताछ शिव कुमार एक भी सवाल का सही जवाब नहीं दे सके। वह समस्तीपुर के सिंघिया थाना एरिया के शुमदेवरी गांव के निवासी हैं पटना लाकर पुलिस ने कई राज उगलवाया जिसके बाद गांधी मैदान एसबीआइ के दो बैंककर्मियों को हिरासत में लिया गया है। इनसे पूछताछ के बाद दो अन्य लोगों को उठाया गया है। अब तक पुलिस एक दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है।

 

शौचालय घोटाले में शिव कुमार की बड़ी भूमिका रही है। आरोपित विनय, बिटेश्वर सहित म् एनजीओ के सदस्यों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना

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