मामला प्रकाश में आने पर बैंक प्रबंधक ने कराया एक दर्जन से अधिक पर मुकदमा

कोर्ट के आदेश पर थाना हरीपर्वत में दर्ज कराया मुकदमा

आगरा। थाना हरीपर्वत संजय प्लेस एसबीआई की शाखा को वाहन लोन के नाम पर 1 करोड़ 33 लाख 32 हजार का चूना लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। डेढ़ दर्जन चार पहिया वाहनों के लिए लोन स्वीकृत किए जाने के बाद किस्ते जमा नहीं हुई तो छानबीन की गई। जिसपर जालसाजी निकल कर आई। इस मामले में लोन स्वीकृत करने वाले बैंक कर्मियों पर कार्रवाई किए जाने के बाद पुलिस में शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। कोर्ट के आदेश पर 18 लोन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

वाहन के लिए कराया था लोन

मुकदमा बैंक मैनेजर विनीत कुमार शुक्ला ने दर्ज कराया है। शिकायत के मुताबिक ये लोन 27 दिसम्बर 2014 से 17 नवम्बर 2015 के बीच किए गए थे। लोन लेने वालों ने इनोवा कार खरीदने के लिए कुटेशन व क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय आदि के डाक्यूमेंट बैंक में दिए। बैंक में कुटेशन जेआर ऑटोमोटिव ग्रेटर नोएडा के लगाए गए थे। बैंक से जारी ड्राफ्ट भी इसी फर्म के नाम थे। लोन लेने वालों को बैंक की तरफ से खरीदे गए वाहन का भौतिक सत्यापन कराने व पंजीकृत प्रमाणपत्र के साथ ही अन्य कागजात जमा कराए जाने के नोटिस जारी किए गए। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

किसी वाहन का नहीं मिला रजिस्ट्रेशन

इस पर बैंक द्वारा धोखाधड़ी की आशंका से लोन लेने वालों का द्वारा जमा कराए गए पंजीकृत प्रमाणपत्रों की जांच की गई तो आरटीओ में किसी वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं मिला। साथ ही यह भी जानकारी प्रकाश में आई कि डीलर जेआर ऑटोमोटिव ने लोन लेने वालों को कोई वाहन नहीं बेचा। लोन प्राप्त कर्ताओं द्वारा प्रस्तुत किए गए बिल व पंजीकृत प्रमाणपत्रों की कॉपी फर्जी है साथ ही जिस डीलर का कुटेशन दिया गया था वह टोयटा का अधिकृत डीलर नहीं है।

अधिकारियों पर हो चुकी है कार्रवाई

पूर्व की छानबीन में यह भी प्रकाश में आया कि इस मामले में अनियमितता बरते जाने पर तत्कालीन फील्ड ऑफीसर, तत्कालीन शाखा प्रबंधक व एक अन्य फील्ड ऑफिसर के खिलाफ बैंक द्वारा निलम्बन की कार्रवाई की जा चुकी है।