- लोन पास नहीं होने से युवा नहीं शुरू कर पा रहे खुद का रोजगार

BAREILLY:

युवाओं स्वरोजगार के अवसर मुहैया कराने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजना में बैंक्स रोड़ा बन रहे हैं, जिसके चलते रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए चलायी जा रही तमाम योजनाएं अपना लक्ष्य नहीं पूरा कर पा रही हैं। यही वजह है कि जून तक तय टारगेट का महज दस प्रतिशत लोन ही सैंक्शन किया जा सका है।

10 फीसदी ही बांटा लोन

जिले में एनुअल लोन योजना के तहत जून 2017 तक बैंक ने 524 करोड़ रुपए का लोन बांटा हैं, जो कि लक्ष्य का मात्र 10 फीसदी हैं। कृषि, पीएम रोजगार योजनाएं, सीएम रोजगार योजनाएं, उद्योग विभाग, स्वयं सहायता समूहों के लोन प्रोजेक्ट, लघु एवं मध्यम उद्योग स्थापना आदि की योजनाओं के आए आवेदन का निस्तारण करना बैंक अफसर मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। जबकि, इन तमाम योजनाएं शुरू करने के पीछे सरकार की यह मंशा थी कि देश में बेरोजगारी को कम किया जा सके। ताकि, जिन पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, वह बैंक से कम ब्याजदर पर लोन लेकर अपना स्वयं का रोजगार शुरू कर सके। ताकि, बेरोजगारों को रोजगार मिलने के साथ ही देश आर्थिक रुप से सम्पन्न हो सके।

लीड बैंक ने दिए निर्देश

हालांकि, बैंक्स की इस मनमानी पर डीएम आर विक्रम सिंह ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पेंडिंग आवेदनों का तत्काल निस्तारण करने के लिए कहा है। डीएम से मिले आदेश के बाद बीओबी लीड बैंक के मैनेजर ओपी वडेरा ने जिले के सभी बैंक को इस संबंध में लेटर जारी करना शुरू कर दिया है। ताकि, वह अपने-अपने ब्रांच में पेंडिंग पड़े आवेदन का निस्तारण जल्द से जल्द कर सके।

दी जाएगी ट्रेनिंग

वहीं दूसरी ओर युवाओं को आसानी से लोन मिल सके। इसके लिए आरसेटी और एफएलसीसी के अधिकारी भी प्रोग्राम चलाएंगे। अधिकारी युवाओं को बैंक से लोन प्राप्त करने के तरीके, प्रोजेक्ट तैयार करने, कौन-कौन से क्षेत्र में कितना लोन मिल सकता है सहित अन्य जानकारी प्रदान करेंगे। ट्रेनिंग प्रोग्राम का प्रोजेक्ट 7 दिन का होगा। ताकि, लोग आसानी से लोन और योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर रोजगार शुरू कर सके।

जिनके भी आवेदन सही हैं उनके लोन पास करने के निर्देश सभी बैंक को दिए गये हैं।

ओपी वडेरा, मैनेजर, लीड बैंक बीओबी

मुद्रा लोन के लिए अप्लाई किए 4 महीने का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक लोन पास नहीं हुआ।

धनंजय सिंह, फरीदपुर