- टैबुलेशन चार्ट की सुरक्षा के लिए एलयू ने उठाया कदम

- दो चाबियों से खुलेगा लॉक, एक चाबी अधिकारी तो दूसरी रहेगी कर्मचारी के पास

LUCKNOW :

फर्जी मार्कशीट मामले में अपने की कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद टैबुलेशन चार्ट की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए एलयू प्रशासन ने इन्हें लॉकर में रखने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था बैंक की तर्ज पर होगी। लॉकर की एक चाबी संबंधित कर्मचारी तो दूसरी अधिकारी के पास होगी। दोनों चाबियों के एक साथ यूज से ही इस लॉक को खोला जा सकेगा।

कोर्स के हिसाब से लॉकर

एलयू में स्टूडेंट्स के नंबर सुरक्षित रखने के लिए दो चार्ट तैयार किए जाते हैं। इसमें एक रेड तो दूसरा ब्लू होता है। अभी तक इन चार्ट के रखरखाव की जिम्मेदारी कर्मचारी की होती थी मगर अब ऐसा नहीं होगा। यूनिवर्सिटी इन्हें लॉकर में रखेगी, जिसके लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है। जहां इन्हें कोर्स के हिसाब से रखा जाएगा। यही नहीं अभी चार्ट में संशोधन के लिए उसे विभागों में भेजा जाता था लेकिन अब एचओडी वहां आकर ही इसमें संशोधन करेंगे। संशोधन के दौरान चार्ट में अलग से एक पेज भी जोड़ा जाएगा, जिससे इसकी विश्वसनीयता बनी रहे।

देनी होगी जानकारी

लॉकर की एक चाबी डिप्टी रजिस्ट्रार या असिस्टेंट रजिस्ट्रार को भी दी जाएगी। जबकि एक चाबी संबंधित कर्मचारी के पास होगी। दोनों चाबियों के यूज से ही लॉक खुलेगा। लॉक खोलने के कारण और समय की जानकारी रजिस्टर में अंकित करनी होगी।

यूनिवर्सिटी चार्ट को लेकर गंभीर है। भविष्य में इन्हें लॉक रखने का निर्णय लिया गया है। लॉकर की कार्य प्रणाली बैंक की तर्ज पर की जाएगी।

प्रो। राजकुमार सिंह, प्रतिकुलपति, एलयू