-सिटी में ज्यादातर चौराहों पर रहती है ट्रैफिक की प्रॉब्लम

-शहर में ज्यादातर आईलैंड बने कबाड़, नहीं खड़ा होता कोई पुलिसकर्मी

>BAREILLY: सिटी में टै्रफिक को स्मूद चलाने के लिए लाखों रुपए खर्च करके चौराहों पर लगी ज्यादातर टै्रफिक सिग्नल लाइट्स फेल हो गए हैं। इसके चलते शहर में टै्रफिक समस्या जस की तस बनी हुई है। हर रोज पब्लिक घंटों जाम में फंसी रहती है और लोगों का फ्यूल के साथ-साथ कीमती वक्त भी जाया होता है। वहीं टै्रफिक को चलाने के लिए आईलैंड भी हैं, लेकिन यहां पर पुलिसकर्मियों की तैनाती न होने से इसका भी कोई फायदा नहीं है।

5 चौराहों में 3 पर सिग्नल लाइट सही

बरेली में काफी लंबे अर्से बाद पिछले वर्ष नगर निगम ने शहर के 5 बड़े चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स लगाए गए थे, लेकिन सिर्फ तीन चौराहों पर ही सिग्नल लाइट्स काम कर रहे हैं। इनमें सैटेलाइट तिराहा, चौकी चौराहा और मिनी बाईपास तिराहा है, जहां सिग्नल लाइट्स वर्क कर रही हैं। इसके अलावा सबसे बिजी चौपुला चौराहा पर अक्सर सिग्नल लाइट्स खराब ही रहती हैं। अभी भी इस चौराहे पर सिग्नल लाइट्स खराब ही हैं। वहीं अयूब खां चौराहा पर सिग्नल लाइट सिस्टम लगते ही ठप्प हो गया था। क्योंकि सिग्नल लाइट्स से ट्रैफिक को पुलिस के जवान ऑपरेट नहीं कर पाए। लिहाजा, चौराहे पर जाम लगने लगा। समस्या का समाधान निकालने की बजाय पुलिस अधिकारियों ने सिग्नल लाइट से ट्रैफिक संचालन ही बंद कर दिया। अब पब्लिक अपनी राह चलती रहती है। चौराहे के आसपास दुकानों का अतिक्रमण व अवैध वाहन स्टैंड हैं, जिसे हटाकर ट्रैफिक को स्मूद बनाया जा सकता था। इतना ही नहीं अयूब खां चौराहा लगा टै्रफिक सिग्नल सपा की रैली के दौरान टूट गया था, जो अभी तक सही नहीं हुआ है।

आईलैंड हो चुके हैं कबाड़

नगर निगम ने प्राइवेट संस्था के साथ मिलकर मेन चौराहों व कई प्वाइंट पर आईलैंड बनाए थे, लेकिन ये देखभाल न होने के चलते ये आईलैंड धीरे-धीरे कबाड़ बनते जा रहे हैं। आईलैंड पर लगे पंखे टूट चुके हैं। इलेक्ट्रानिक्स बॉक्स उखड़ चुका है। कई आईलैंड अब अवैध पार्किंग व ठेला-रहेड़ी दुकानदारों का अड्डा बन गया है। शहर में किसी भी आईलैंड पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी खड़े होकर ड्यूटी नहीं करते हैं। अयूब खां चौराहा, चौकी चौराहा, सर्किट हाउस चौराहा, दामोदर पार्क, चौपुला चौराहा, डीडीपुरम समेत कई जगहों पर आईलैंड बने हैं, लेकिन इनमें पुलिसकर्मियों की ड्यूटी नहीं लगती है। वहीं आईलैंड की बनावट भी कुछ ऐसी है कि उसके अंदर खड़े होकर बाहर कुछ दिखाई नहीं देता है।

अनट्रेंड हाथों में ट्रैफिक

ट्रैफिक पुलिस में नियतन (स्टॉफ स्ट्रक्चर) करीब 20 वर्ष पुराना है। पुराने स्ट्रक्चर के हिसाब से तो पुलिसकर्मियों की संख्या लगभग बराबर है, लेकिन 20 वर्ष में शहर के ट्रैफिक में काफी फर्क आया है, जिससे कहा जा सकता है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की भारी कमी है। बरेली में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ट्रैफिक को चलाया जाएगा, जिसमें काफी संख्या में पुलिसकर्मियों की आवश्यकता होगी। मौजूदा समय में होमगा‌र्ड्स ट्रैफिक सिस्टम को चलाते हुए नजर आ जाएंगे। मौजूदा समय में 78 होमगार्ड ट्रैफिक पुलिस में ड्यूटी करते हैं।

बीस वर्ष पुराना नियतन

पद नियतन मौजूद

टीएसआई/टीआई 1 5

एचसी/एचसीपी 5 15

कांस्टेबल 50 58

आईटीएमएस के तहत प्रपोजल

2 टीआई, 7 टीएसआई, 16 एचसीपी, 116-कांस्टेबल