BAREILLY: नए साल पर शहर को पहला तोहफा शाहमतगंज फ्लाईओवर का मिलना था, लेकिन उससे पहले ही स्मार्ट सिटी का तोहफा बरेलियंस को मिल गया। स्मार्ट सिटी की रेस में पहले तीन बार फेल होने के बाद आखिरकार चौथी लिस्ट में बरेली का चयन हुआ है। शाम करीब 4 बजे मिनिस्ट्री ऑफ अर्बन डेवलपमेंट ने स्मार्ट सिटीज मिशन में बरेली के सेलेक्ट होने की जानकारी ट्वीट कर दिया। बता दें कि देश के चयनित नौ शहरों में बरेली 68.44 मा‌र्क्स गेन कर पांचवें और प्रदेश में चयनित 3 शहरों में पहले पायदान पर है। क्या है पूरा प्रपोजल और कैसे बरेली बनेगा 'स्मार्ट सिटी' पढि़ए

 

मेयर ने दिया है नया 'नारा'

स्वच्छता अभियान की अलख जगाने के क्रम में नगर आयुक्त राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बेहतरीन अल्फाजों में पिरोए गीत लिखकर लोगों को स्वच्छता के प्रति अवेयर किया है। तो फ्राइडे को मेयर डॉ। उमेश गौतम ने स्मार्ट सिटी के चयन के क्रम में अब 'बरेली की ब्यूटी, हम सब की ड्यूटी' का नारा दिया है। संभावना जताई है कि यह नारा लोगों की जुबान पर चढ़ेगा। साथ ही, यह नारा लोगों को शहर की ब्यूटीफुल बनाने में हर संभव मदद के लिए लोगों को प्रेरित करेगा। बताया कि पीएम मोदी ने 'सबका साथ सबका विकास' का नारा दिया था। तो उन्होंने शहर को ब्यूटीफुल बनाने के लिए सब का सहयोग नारे के जरिए मांगा है।

 

दिसंबर में जमा हुआ था प्रपोजल

जून 2017 में हुए स्मार्ट सिटी चयन में बरेली फेल हो गया था, जिसके बाद नगर निगम ने फिर से हिम्मत जुटाई और प्रपोजल तैयार करना शुरू किया। अगस्त 2017 से प्रपोजल पर मीटिंग्स का दौर शुरू हुआ। नवागत राजेश कुमार श्रीवास्तव ने तमाम स्मार्ट सिटी में चयन हुए शहरों का दौरा कर वहां से आइडिया लेने लगे। 3 बार तक लगातार प्रपोजल बनाकर फेल का तमगा दिला चुकी दारा शॉ कं पनी नगर निगम ने एक बार फिर भरोसा जताया। नवंबर में प्रपोजल स्टेट लेवल हाई पॉवर कमेटी के सामने रखा गया, जिसे सराहा गया। दिल्ली में प्रपोजल का पॉवर प्रेजेंटेशन होने के बाद इसमें कुछ सुधार हुआ जिसके बाद फाइनली दिसंबर लास्ट में प्रपोजल नगर आयुक्त ने सबमिट किया था।

 

पहले खर्च अब इनकम का फार्मूला

कमिश्नर डॉ। पीवी जगनमोहन ने बताया कि पिछली बार के प्रपोजल में सिर्फ केंद्र सरकार से मिलने वाली ग्रांट के खर्च का ही प्रपोजल तैयार हुआ था, जिससे शहर हाईटेक तो हो जाता लेकिन ग्रांट बंद होने के बाद हाईटेक सुविधाओं को कैसे संवारा जाता यानि इतना बजट कहां से आता यह प्वॉइंट मिस था। जिसे देखते हुए इस बार जरी जरदोजी, बेंत, बांस के फर्नीचर जैसे मुख्य व्यवसाय के जरिए इनकम का अध्याय जोड़ा गया। करीब 400 करोड़ रुपए जरी जरदोजी के उद्योग को बढ़ाने पर खर्च होंगे। एक बार व्यवसाय हिट होने के बाद इससे होने वाली इनकम से तमाम सुविधाओं की मेंटीनेंस होगी। संभावना जताई कि आखिर में जोड़ा गया प्वॉइंट ही ने पहले पायदान पर पहुंचाया है।

 

 

पहली किश्त में 1000 करोड़

मेयर डॉ। उमेश गौतम ने बताया कि स्मार्ट सिटी में चयन के बाद पहली किश्त के तौर पर बरेली को 1000 करोड़ रुपए की ग्रांट मिलेगी, जिससे कई कार्यो का शुभारंभ होगा। मेयर और नगर आयुक्त ने फ्राइडे देर शाम ऑर्गनाइज प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुरुआती चरणों में किए जाने वाले कार्यो की अपनी प्राथमिकता गिनाई। बताया कि ।

 

- जरी जरदोजी और फर्नीचर उद्योगों को बढ़ावा देना

- नगर निगम में शामिल 48 नए गांव और मलिन बस्तियों का सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण

- नई चिह्नित जगह पर सॉलिड वेस्ट प्लांट को शुरू कराकर शहर का कूड़ा निस्तारण कराना

- नगर निगम की नई बिल्डिंग से स्मार्ट सिटी का शुभारंभ, सेंट्रलाइज्ड एयरकंडीशंड होगी

- पीपीपी के तहत प्रपोजल में शामिल कई मॉडल प्रोजेक्ट को हकीकत बनाना

- शहर की सभी होर्डिग्स को एक रंग में रंगना, शहर की खूबसूरती पर रहेगा जोर

- चौराहे, यात्री शेड, स्टैंड का सौंदर्यीकरण कराया जाना, टॉयलेट्स पर सोलर एनर्जी लगाना

- 16.94 करोड़ मंजूर, जिससे पेयजल के तहत कनेक्शन लेने पर निशुल्क कनेक्शन मिलेगा व अन्य