-कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन की मिलीभगत से तीन पेड़ काट लिये गए

- आंधी में गिरे पेड़ को उठाने की आड़ में ठेकेदार ने किया खेल

-ठेकेदार ने की बीसीबी मैनेजमेंट के निर्देशों की अनदेखी, स्टूडेंट लीडर ने किया हंगामा

BAREILLY :

बरेली कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन की मिलीभगत से हरियाली पर कुल्हाड़ी चल गयी। आंधी में गिरे पेड़ को उठाने का टेंडर देकर अमलताश, बेल और आम के पेड़ कटवा दिये। छात्रनेताओं ने विरोध किया तो मामला संज्ञान में आया। पेड़ कटने का मामला गले की हड्डी बना तो कॉलेज प्रशासन अनजान बन गया, जैसे पेड़ काटे जाने के बारे में उसे कुछ पता ही नहीं है।

वार्डन आवास के पीछे कटा पेड़

कॉलेज प्रशासन ने कैंपस में गिरे पाकड़ के पेड़ और दूसरे पेड़ों की गिरी शाखाओं को 28 हजार रुपए में टेंडर के जरिए बेचा था। ठेकेदार ने गिरे पेड़ उठाने की आड़ में तीन पेड़ काट दिये। वार्डन आवास के पीछे आम का पेड़ काटा गया। हैरत की बात है कि वार्डन ने खामोशी साध ली। ब्वॉयज हॉस्टल के पास अमलताश और बेल भी काटा गया, लेकिन इन पेड़ों कैंपस के सभी कर्मचारी मुंह पर ताला लगा गए। इसकी वजह चाहे जो भी रही हो, लेकिन इससे एक बात साफ है कि पेड़ की कटाई में कॉलेज के किसी ऐसे प्रभावशाली अधिकारी का हाथ था कि कोई भी आवाज उठाने की जहमत नहीं उठा पाया।

रिक्शा समेत लकड़ी जब्त

बीसीबी

बीसीबी ने मांगी थी कोटेशन

ट्यूजडे को ठेकेदार के मजदूर पेड़ काटकर लकड़ी रिक्शे पर लादकर ले कैंपस से बाहर ले जा रहे थे। इसी दौरान स्टूडेंट लीडर शैलेश भास्कर, अवनीश चौबे और कॉलेज के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने रिक्शा चालक को रोक लिया। कर्मचारियों का आरोप है कि ठेकेदार को मैनेजमेंट सचिव का सरंक्षण प्राप्त है, इसलिए वह हरे-भरे पेड़ों को काट रहा है। स्टूडेंट लीडर और कर्मचारियों ने निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

ठेकेदार के लकड़ी उठाने पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गयी है। वहीं, जांच कराई जाएगी। ठेकेदार ने कोटेशन के अलावा पेड़ काटे हैं, तो उससे रिकवरी की जाएगी।

डॉ। अजय शर्मा, बीसीबी प्रिंसिपल