-दलित छात्र ने सोशल मीडिया पर की थी जातिगत टिप्पणी

-क्लासमेट्स के बीच बहस हुई तो छात्र ने छात्रा को जड़ा थप्पड़

-छात्रा की तहरीर गिरफ्तार, शांतिभंग की धारा में गया जेल

बरेली। तीन अप्रैल को भारत बंद के बाद से देशभर में फैले जातीय तनाव की असर 180 वर्ष पुराने बरेली कॉलेज में भी मंडे को नजर आया। यहां एलएलबी (सेकंड सेमेस्टर) स्टूडेंट्स के एक व्हाट्सएप ग्रुप में जाति विशेष को लेकर की गई टिप्पणी के चलते दलित छात्र और सवर्ण छात्रा बीच इतना विवाद हुआ कि एक छात्र ने क्लास में सवर्ण छात्रा को थप्पड़ मार दिया। पुलिस ने छात्र को शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार कर लिया। छात्र को मजिस्ट्रेट ने जेल भेज दिया। छात्रा पूजा मिश्रा ने पुलिस को तहरीर दी है कि आरोपी छात्र ने सोशल साइट पर बातचीत को लेकर उससे गाली-गलौज किया और थप्पड़ मार दिया।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

दरअसल, विवाद की शुरुआत संडे शाम से हुई। व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए आपस में जुड़े एलएलबी सेकेंड सेमेस्टर के छात्रों में एक अमित कुमार सिंह ने अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) की इंजीनियरिंग कॉलेजों के निदेशकों की नियुक्ति में कथित रूप से एक ही जाति को तरजीह दिए जाने पर एक मेसेज डाला। इसके बाद अगला मैसेज भी एक जाति विशेष पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए दूसरा मैसेज डाला। आरोप है कि इसके बाद अमित ने फिर से जाति विशेष के कुल में बंटवारे की तुलना आपत्तिजनक शब्दों से कर दी। इसके बाद धर्म से जुड़े अन्य मैसेज किए।

मेसेज पर क्लास में हुआ झगड़ा

मंडे को करीब 12 बजे यह सभी छात्र लॉ डिपार्टमेंट में अपनी क्लास में जमा हो गए। तब क्लास में टीचर नहीं पहुंचे थे। इसी छात्र और छात्रा के बीच बहस शुरू हो गई। जानकारी के अनुसार तीखी बहस के बीच छात्रा ने छात्र की जाति को लेकर आपत्तिजनक कमेंट कर दिया। इस पर भड़के छात्र अमित ने छात्रा पूजा के तमाचा जड़ दिया।

बाहरी लड़कों ने अमित को पीटा

आरोप है कि छात्र ने अपने समर्थन कुछ कुछ बाहरी लड़कों भी कैंपस में बुला लिया। इन लड़कों ने छात्र अमित की पीट दिया। मौके पर मौजूद गार्ड ने बीच बचाव करने की कोशिश की और चीफ प्रॉक्टर डॉ। वंदना शर्मा को बुला लिया। डॉ। वंदना ने बारादरी थाना पुलिस को कॉल कर बुला लिया। पुलिस ने मौके से ही आरोपी छात्र अमित को गिरफ्तार कर लिया।

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छात्रा ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच के बाद ही कॉलेज प्रशासन कोई फैसला लेगा। यदि आरोप सही पाए गए तो छात्र का दाखिला भी निरस्त किया जाएगा।

डॉ। वंदना शर्मा

चीफ प्राक्टर, बरेली कॉलेज

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