बरेली। रुहेलखंड के सबसे पुराने डिग्री कॉलेज बीसीबी के प्राचार्य डॉ। अजय शर्मा ने वेडनेसडे को अपने सभी टीचर्स को रोलर-कोस्टर पर बैठा दिया। सीनियारिटी लिस्ट नाम के इस रोलर-कोस्टर में कई सीनियर टीचर्स उलटे हो गए और कुछ सो कॉल्ड जूनियर टीचर्स एकदम सीधे।

ताजा सीनियारिटी लिस्ट वेडनसडे दोपहर प्रिंसिपल ऑफिस ने जारी की। जैसे ही इसका पता टीचर्स को लगा तो इससे खफा टीचर्स का एक धड़े ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी इकट्ठा होकर प्रिंसिपल ऑफिस पहुंच गए और उन पर इस नई लिस्ट को रद करने की मांग करने लगे। इसी दौरान टीचर्स का दूसरा गुट भी पहुंच गया। दोनों के बीच प्रिंसिपल डॉ। अजय कुमार शर्मा के सामने ही तीखी नोकझोंक हुई।

जुलाई, 2017 में आई थी पिछली लिस्ट

बीसीबी टीचर्स की पिछली सीनियारिटी लिस्ट जुलाई, 2017 में जारी की गई थी। इसके बाद से ही बीसीबी टीचर्स के बीच जंग छिड़ गई।

पिछली सूची में भारी गड़बड़ी

दरअसल, जुलाई, 2017 और उससे पहले जारी सीनियारिटी लिस्ट में टीचर्स के सर्विस पीरियड में उनके रेगुलराइजेशन से पहले एडहॉक बेसिस पर की गई टीचिंग के पीरियड को भी सीनियारिटी में कैलकुलेट कर लिया गया था। इसके चलते कई टीचर्स को भारी नुकसान हुआ। उनकी न केवल सीनियारिटी कम हो गई बल्कि वे कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से भी वंचित रह गए। एचओडी की जिम्मेदारी इन्हीं में से एक थी।

डॉ। आरपी सिंह के दौर में हुई थी गड़बड़ी

बीसीबी टीचर्स की सीनियरारिटी लिस्ट में सबसे पहले चर्चित प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह के दौैर में गड़बड़ी हुई थी। वर्ष 2014 में जारी लिस्ट में तमाम चहेते टीचर्स की सीनियारिटी में उनके एडहॉक सर्विस को जोड़ दिया गया। वहीं, कई टीचर्स के साथ ऐसा नहीं किया गया। वर्ष 2017 में जारी लिस्ट मूलरूप से इसी लिस्ट पर बेस्ड थी।

नई लिस्ट का बड़ा असर

तीन डिपार्टमेंट्स के बदलेंगे एचओडी

1- मैथमेटिक्स: स्वदेश सिंह हटेंगे

पिछली सीनियारिटी लिस्ट के अनुसार डॉ। स्वदेश सिंह डिपार्टमेंट ऑफ मैथमेटिक्स में सबसे सीनियर थे, लेकिन नई लिस्ट में उनका नाम तीसरी पोजिशन पर पहुंच गया और डॉ। आरिफ नदीम नंबर वन हो गए। जल्द ही उन्हें एचओडी बनाया जाएगा। वहीं डॉ। टीएस चौहान दूसरे स्थान पर बने रहे।

2-केमिस्ट्री: अब अनुराग मोहन नहीं पीएन सक्सेना

पिछली लिस्ट में केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ.अनुराग मोहन सीनियॉरिटी लिस्ट में 12 वें नंबर पर थे और डिपार्टमेंट में सबसे सीनियर, लेकिन नई लिस्ट में डॉ। पीएन सक्सेना कॉलेज में 15 वें नंबर के साथ डिपार्टमेंट में सबसे सीनियर हो गए हैं। अब उन्हें एचओडी बनाया जाएगा। जबकि डॉ। अनुराग मोहन 17 वें स्थान के साथ डिपार्टमेंट में दूसरे सबसे सीनियर हो गए।

3-लॉ डिपार्टमेंट: डॉ। वीरेंद्र अब सबसे सीनियर

ृडॉ। वीरेंद्र सिंह ओवरऑल सीनियारिटी में 12 वें स्थान के साथ लॉ डिपार्टमेंट में सबसे सीनियर हो गए हैं। अब उन्हें एचओडी बनाया जाएगा, जबकि वर्तमान एचओडी डॉ। नसीम अख्तर 13 वें स्थान के साथ सीनियारिटी में उनसे एक पायदान नीचे आ गए। पिछली लिस्ट में नसीम अख्तर ओवर ऑल 20 वें स्थान के साथ सबसे सीनियर थे। हालांकि उनसे ऊपर 5 वें स्थान डॉ। दीपक आनंद थे, लेकिन वह रिटायर हो चुके हैं।

डॉ। पूर्णिमा प्राचार्य पद की दौड़ में

नई सूची में भी प्रिंसिपल डॉ। अजय शर्मा बीसीबी के सबसे सीनियर टीचर हैं। ऐसे में यदि यूपी हायर एजुकेशन कमीशन की ओर से प्रिंसिपल पोस्ट पर कोई अप्वाइंटमेंट नहीं होता है तो इंग्लिश डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। पूर्णिमा अनिल इस पोस्ट के लिए नंबर वन कन्टेंडर होंगी। हालांकि सीनियारिटी लिस्ट में उनसे ऊपर दूसरे स्थान पर संस्कृत विभाग के एचओडी डॉ। आरके भारद्वाज हैं, लेकिन दिसंबर, 2019 में वे रिटायर हो जाएंगे।

1991 में मिली थी स्थाई नियुक्ति अधिकारी

डॉ। वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि कॉलेज में 1991 में शिक्षकों को स्थाई नियुक्ति का अधिकार मिला। 22 नवबंर, 1991 में 31 टीचर्स को स्थाई नियुक्ति का अधिकार मिला, जिसमे से 13 शिक्षक रिटायर हो चुके है। मौजूदा समय में 18 टीचर्स ही कॉलेज में पढ़ा रहे है। उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग अधिनियम 1980 के अनुसार इनकी सीनियारिटी निर्धारित की गई है। अधिनियम 1980 की धारा 31 सी के तहत ही टीचर्स रेगुलर हुए है।

मुझे इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं देना है।

डॉ। अजय कुमार शर्मा, प्राचार्य

पूर्व समय में प्राचार्य ने गलत सूची बनाई थी। जिस कारण शिक्षकों को इनका हक नहीं मिल पा रहा था। वर्षो से चली आ रही शिक्षकों की लड़ाई अब हम जीत चुके है। नई लिस्ट जारी होने से शिक्षकों की जीत है। प्राचार्य के इस फैसले से शिक्षक खुश है।

डॉ। वीरेन्द्र सिंह , लॉ विभाग

प्राचार्य की नई लिस्ट जारी होना शिक्षकों की जीत है। जिसे हम लंबे समय से लड़ रहे थे। कैंपस में शिक्षकों के गुटबाजी के कारण कोई भी इनका विरोध नहीं कर पा रहा था। अब नई लिस्ट जारी होने से शिक्षकों को इनका मान-सम्मान मिल गया है। प्राचार्य डॉ। शर्मा ने नियमानुसार ही नई लिस्ट जारी की है।

डॉ। टीएस चौहान गणित विज्ञान

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विरोधी पक्ष

प्राचार्य ने तानाशाही व्यवहार दिखाया है। हम इस फैसले का विरोध करते है। नई लिस्ट को जारी करने के लिए प्राचार्य को शिक्षक संघ से पक्ष लेना जरुरी थी। शिक्षकों से बात कर निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या करना । इस बारे में हम सचिव और डीएम से बात करेंगे। गुरुवार को आपात बैठक बुलाई है। हम प्राचार्य के इस फैसले को अस्वीकार करते है।

डॉ। वीपी सिंह, भौतिक विज्ञान

प्राचार्य ने किसी भी शिक्षक से कोई पक्ष नहीं लिया है। जिसका हम विरोध करते है। प्राचार्य ने आनन-फानन में लिस्ट को जारी किया गया है। पहले से चले आ रहे फैसले को प्राचार्य नहीं बदल सकते।

डॉ। स्वेदश सिंह , गणित विभाग