-रिपोर्ट कार्ड रोकने के फरमान से एग्जाम न देने वाले 8वीं के छात्र मुश्किल में

BAREILLY

एनुअल एग्जाम में अपीयर न होने वाले स्टूडेंट्स को रिपोर्ट कार्ड नहीं देने के शासनादेश से डिस्ट्रिक्ट के 15 हजार स्टूडेंट्स का एक साल बर्बाद होने के कगार पहुंच गया है। क्योंकि गवर्नमेंट कॉलेजेज उन्हें नौंवी क्लास में बिना रिजल्ट के एडमिशन नहीं देंगे। ऐसे में इन स्टूडेंट्स का क्या होगा, इसका जवाब बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास नहीं हैं।

आरटीई में कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को फेल नहीं करने का प्रावधान है। ऐसे में, अब तक एनुअल एग्जाम में अपीयर न होने वाले स्टूडेंट्स को भी अगली क्लास में एडमिशन मिल जाता था। अब एनुअल एग्जाम में अपीयर नहीं होने वाले स्टूडेंट्स को रिपोर्ट कार्ड न देने के फरमान से अगले क्लास में एडमिशन की मुश्किल खड़ी हो गई है। खासतौर पर यह प्राब्लम आठवीं क्लास के स्टूडेंट्स के समक्ष खड़ी हो गई है। क्योंकि, बरेली में 15000 ऐसे स्टूडेंट्स हैं, जो आठवीं के एग्जाम में अपीयर नहीं हुए थे। बिना रिपोर्ट कार्ड के दूसरे स्कूल इनका नौवीं क्लास में एडमिशन नहीं लेंगे।

वर्जन

बगैर रिजल्ट कार्ड के किस आधार पर मान लिया जाए कि स्टूडेंट्स स्कूल में पढ़ा या नहीं। बगैर रिजल्ट कार्ड के किसी भी स्टूडेंट्स को कॉलेज में एडमिशन नहीं दिया जाएगा।

लक्ष्मी नारायण, वाइस प्रिंसिपल जीआईसी

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आज मनाया जाएगा विद्यालय उत्सव

बरेली: मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सूबे के सभी बीएसए को पत्र लिखा है कि 30 मार्च को गवर्नमेंट स्कूल्स में विद्यालय उत्सव धूमधाम से मनाया जाए। इस दौरान बढि़या पढ़ाने वाले शिक्षक और मेधावी स्टूडेंट्स को सम्मानित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि अन्य लोग अवेयर हो और अपने नौनिहाल के दाखिले परिषदीय स्कूल्स में कराएं। वहीं ट्यूजडे को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी उत्सव के सफल आयोजन की तैयारियों में जुटे रहे।