-पॉलिसी के नाम पर ठगी करने वालों ने कॉल सेंटर में रखीं थीं कम उम्र की लड़कियां

-पुलिस गिरफ्त में आए ठगों ने अपने-अपने नाम से भी खोल रखीं थीं कंपनियां

BAREILLY: पॉलिसी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग कम उम्र की लड़कियों की मधुर आवाज से लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। ये युवतियां ही पहले कॉल करती थीं और फिर ठगों को अपना अधिकारी बताकर बात कराती थीं। ये लड़कियां कॉल सेंटर में काम करती थीं और इन्हें जॉब पर रखा गया था। नोएडा में पुलिस को ठगों के कॉल सेंटर में दो लड़कियां भी मिली थीं। यही नहीं पुलिस गिरफ्त में आए चारों ठगों ने अपने-अपने नाम से अलग-अलग कंपनी भी खोल रखी थी। पुलिस ने उनके पास से जो चेक बरामद किए थे वे करीब एक करोड़ रुपए के थे। पुलिस अभी इस मामले में फरार चल रहे धर्मेद्र शर्मा, रितेश शर्मा और राहुल की तलाश में जुटी हुई है। ये तीनों बुलंदशहर के रहने वाले हैं।

फर्जी डॉक्यूमेंट पर करा रखा एग्रीमेंट

पुलिस की जांच में आया कॉल सेंटर में काम करने वाली लड़कियों को बहुत कम सैलरी दी जाती थी। क्राइम ब्रांच ने जो खुलासा किया था उसके मुताबिक अनुराग उर्फ कृष्णा, दुष्यंत शर्मा, सतानंद शर्मा और शिवकुमार कालीमाई यानि केएमआई सर्विस कंपनी चला रहे थे। इसके अलावा भी सभी ने अलग-अलग नाम से कंपनी खोल रखी थी और सभी के फर्जी डॉक्यूमेंट पर ऑफिस का मकान मालिकों से एग्रीमेंट भी करा रखा था। दुष्यंत ने आईएचएल नाम कंपनी ई-6 सेक्टर 3 में केडी गुप्ता के मकान में खोल रखी थी। इसके अलावा सतानंद ने आरबी सर्विसेस के नाम से कंपनी खोल रखी थी और इसमें दीपक शर्मा की फर्जी आईडी लगाई थी। शिवकुमार ने भी गोल्डी उर्फ नरेश कुमार के नाम से कंपनी बना रखी थी।