-अटैचमेंट कैंसिल होने के बाद भी मूल स्कूल में नहीं जा रहे हैं पढ़ाने

-बीएसए ने मूल स्कूल में नहीं जाने तक वेतन रोकने के दिए आदेश

>BAREILLY :

परिषदीय स्कूल्स में तैनात टीचर्स का अटैचमेंट कैसिंल होने के बावजूद टीचर्स मूल तैनाती वाली स्कूल्स में पढ़ाने नहीं जा रहे हैं। इसके चलते एकल स्कूल में एक माह बाद भी ताले नहीं खुल पाएं हैं। स्कूल्स के ताले न खुल पाने के कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वहीं बीएसए ने मूल स्कूल ज्वॉइन नहीं करने तक शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी है।

एक जुलाई को करना था ज्वॉइन

शासन के निर्देश पर बीएसए ने जून में सभी शिक्षकों का अटैचमेंट कैंसिल कर दिया। साथ ही एक जुलाई तक मूल स्कूल में तैनाती के निर्देश दिए, ताकि जिले में बंद 46 स्कूल्स के ताले खुल सकें। लेकिन टीचर्स ने मूल स्कूल ज्वॉइन नहीं किया। बीएसए को शिकायत मिली कि प्राइमरी विद्यालय जसौली में अटैच टीचर जाकिर हुसैन, संदीप शर्मा और सुनीता ने मूल स्कूल ज्वॉइन नहीं किया है। वहीं, फरीदपुर के बीईओ ने बीएसए को पत्र लिखा कि उनके क्षेत्र के कई टीचर्स मूल स्कूल नहीं जा रहे हैं। इस कारण एकल स्कूल में क्लासेज नहीं लग पा रही हैं। नगर शिक्षा अधिकारी एनके पंवार की रिपोर्ट पर बीएसए ने सभी शिक्षकों का तब मूल स्कूल ज्वॉइन नहीं करने तक वेतन रोक दिया है।

बीईओ से शिकायतें मिल रहीं हैं कि कुछ टीचर्स अटैचमेंट रद्द होने के बाद भी मूल स्कूल नहीं जा रहे हैं। इसके चलते शिक्षकों का वेतन ज्वॉइनिंग तक रोक दिया गया है।

एश्वर्या लक्ष्मी यादव, बीएसए