-आई नेक्स्ट ने एसआर इंटरनेशनल स्कूल में कराई स्टूडेंट्स की कॅरियर काउंसलिंग

-स्टूडेंट्स ने आई नेक्स्ट का जताया आभार

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ

स्टूडेंट्स किसी सब्जेक्ट से डरते हैं, तो वह मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री है जबकि, बड़ी बात यह है कि यही सब्जेक्ट स्टूडेंट्स के मार्क बढ़ाने में हेल्पफुल होते हैं। स्टूडेंट्स के मन इन सब्जेक्ट को लेकर पैदा हुए फोबिया को दूर करने के लिए आई नेक्स्ट ने एसआर इंटरनेशनल स्कूल में कॅरियर पाथ की ओर से कॅरियर काउंसलिंग सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें मैथ्स मैजिशियन अमित चौधरी ने स्टूडेंट्स की मैथ्स की उलझनों को सुलझाया। उन्होंने स्टूडेंट्स को मैथ्स के फार्मूला रटने नहीं बल्कि समझने पर जोर दिया। उधर, अमित चौधरी की क्लास के बाद स्टूडेंट्स ने आई नेक्स्ट का आभार जताया। उन्होंने कहा आई नेक्स्ट की इस पहल से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स के सवालों को हल करने में काफी हेल्प मिलेगी।

चश्मे, रूमाल, अंगुलियों से बताए फार्मूले

अमित चौधरी ने बताया क्लास में टीचर्स सवाल को सॉल्व करने के लिए फार्मूला तो बताते हैं। लेकिन सवाल इसी फार्मूला से क्यों सॉल्व होगा और यही फार्मूला क्यों बना है। इसका आंसर टीचर्स स्टूडेंट्स को नहीं देते हैं। इसी कारण स्टूडेंट्स पीसीएम में उलझकर रह जाता है। उन्होंने घड़ी, रूमाल, चश्मे, अंगुलियों आदि के माध्यम से स्टूडेंट्स की इस समस्या को सॉल्व किया। साथ ही उन्होंने स्टूडेंट्स की जिज्ञासाओं को शांत किया।

वर्जन

मैं आई नेक्स्ट का थैंक्यू बोलना चाहती हूं, जिसने इस तरह का कार्यक्रम कराया। इस कार्यक्रम से मेरी काफी समस्याएं हल हो गई।

आकांक्षा, स्टूडेंट

मैथ्स का सब्जेक्ट मुझे सबसे टफ लगता था। वहीं फार्मूला रटने में काफी दिक्कत होती थी, लेकिन आई नेक्स्ट की इस पहल से मेरी समस्या सॉल्व हो गई।

सुशील, स्टूडेंट

आई नेक्स्ट की इस पहल का असर मेरे रिजल्ट पर पड़ेगा। बोर्ड के एग्जाम में पीसीएम में मेरी प्रतिशत बढ़ेगी। आई नेक्स्ट को इस तरह के आयोजन कराते रहना चाहिए।

शेख मोहिसा, स्टूडेंट

इस कार्यक्रम को लेकर मैं काफी उत्साहित था। मैं इसमें शामिल होकर अपनी उलझनों को सुलझाना चाहता था। आई नेक्स्ट के इस कार्यक्रम से मेरी काफी समस्याएं सॉल्व हो गई।

शुभ, स्टूडेंट

आई नेक्स्ट इस कार्यक्रम की जितनी तारीफ की जाए उतना कम है। इस प्रोग्राम से स्टूडेंट्स को मैथ्स, केमिस्ट्री और फिजिक्स के सवालों के आसंर देने में काफी मदद मिलेगी।

अल्पना जोशी, प्रिंसिपल

पीसीएम से स्टूडेंट्स केवल इसलिए घबराते हैं कि उन्हें फार्मूले रटवाए जाते हैं, समझाया नहीं जाता। अगर स्टूडेंट्स को फार्मूला समझाय जाए, तो उनकी समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।

अमित चौधरी, एक्सपर्ट