- शहर के बाहरी इलाकों से आया करीब 3 सौ से ज्यादा कांवडि़यों का जत्था

BAREILLY: सावन के तीसरे सोमवार पर शिवालयों के पट खुलते ही हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारों से करीब 3 सौ से ज्यादा कांवडि़यों के जत्थे नाथ नगरी में दर्शन को उमड़ पड़े। मंदिरों के बाहर केसरिया रंग का सैलाब सा दिखाई दिया। कांवडि़यों के जयघोष, शिव चालीसा और शिव के सुमधुर भजनों से नाथ नगरी की हर दिशा गूंज उठी। श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया और सुख समृद्धि की मुरादें मांगी गई। देर शाम धार्मिक समितियों और संस्थाओं ने महाआरती की। सुरक्षा के बाबत पुलिस के जवान और एंबुलेंस मंदिरों के बाहर मौजूद रहे।

महाआतरी से गूंजी नाथ नगरी

श्री नाथ नगरी सेवा समिति, नाथ नगरी जलाभिषेक समिति, नाथ नगरी परिक्रमा समिति, हिन्दू सेना, हिन्दू विद्यार्थी सेना, शिव सेना समेत करीब 50 से ज्यादा धार्मिक और सामाजिक समितियों ने सोमवार पर श्रद्धालुओं और कांवडि़यों का स्वागत और देर शाम घंटे घडियालों की धुन पर महाआरती की। नाथ नगरी बरेली जलाभिषेक समिति ने विशाल शोभायात्रा निकाली और जोगीनवादा स्थित बाबा वनखंडीनाथ धाम पर सामूहिक जलाभिषेक और रुद्राभिषेक किया। कैंट स्थित आरए बाजार कॉलोनी से विशाल शिव पार्वती की झांकी निकाली गई। जिसमें महिलाएं और पुरुषों ने झूमते हुए धोपेश्वरनाथ मंदिर पर जलाभिषेक किया। शहर के अन्य इलाकों से करीब 43 झांकियां निकाली गई।

श्रद्धाभाव से रुद्राभिषेक

केसरिया रंग से सराबोर नाथ नगरी के मंदिरों में सावन के तीसरे सोमवार और चार अद्भुत नक्षत्रों के संयोग पर सामूहिक रुद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें धोपेश्वरनाथ मंदिर में करीब 21 यजमान, त्रिवटीनाथ में 11 और तपेश्वरनाथ में करीब 21 यजमानों ने रुद्राभिषेक किया। इसके अलावा शहर के अन्य छोटे शिवालयों में भी व्यक्तिगत तौर पर पुराहितों से लोगों ने रुद्राभिषेक कराया। रुद्राभिषेक के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कईयों ने मंदिरों के बाहर तो कईयों ने ठेले पर प्रसाद के सैंकड़ों पैकेट भरकर लाद लिए और हर गुजरते कांवडि़ए को वितरित करते हुए चलते रहे। कालीबाड़ी, कटरा चांद खां, सुभाषनगर और संजय नगर से करीब 35 कांवडि़या जत्था चौथे सोमवार पर जलाभिषेक के लिए हरिद्वार रवाना हुआ।