- रुपए न मिलने से नाराज लोग कर्मचारियों को दे रहे धमकी

>BAREILLY:

बैंक्स यूनियन्स के पदाधिकारी नोटबंदी को आर्थिक आपातकालीन की स्थिति में देख रहे हैं। कारण बैंकों में कैश की कमी है। जिस वजह से उन्हें पब्लिक के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। कैश न मिलने से नाराज लोग बैंक कर्मचारियों को धमकी तक दे रहे हैं। इसी बात को लेकर वेडनसडे बैंक यूनियन्स देश की राजधानियों में प्रदर्शन भी कर चुकी हैं। अब राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से हरी झंडी मिलते ही जिले स्तर पर भी बैंक्स यूनियन्स प्रदर्शन करने की तैयारियों में हैं।

कैश नहीं होना मुसीबत

बैंक्स कर्मचारियों का कहना है कि जरूरत के हिसाब से कैश नहीं मिलने पर कस्टमर्स भड़क जा रहे हैं। कैश न होने का हवाला देने पर वह मानते ही नहीं हैं। जिसका नतीजा यह हो रहा है कि कस्टमर्स बैंक के बाहर देख लेने की धमकी दे रहे हैं। कस्टमर के इस बर्ताव से बैंक की महिला कर्मचारियों के काफी डर है। उन्हें यह डर रहता है कही बैंक क्लोज होने के बाद घर जाते वक्त उनके साथ कोई घटना न घटित हो जाए। मालूम हो कि नोटबंदी के बाद से अभी तक शहर में बैंकों में हंगामा के एक दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।

यहां भी प्रदर्शन की तैयारी

जिस तरह से हालात बन रहे हैं उसे यूनियन्स के पदाधिकारी जिले स्तर पर भी प्रदर्शन कर सकते हैं। यूनियन्स के पदाधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से आदेश आने पर वह अपनी मांग लेकर प्रदर्शन करेंगे। क्योंकि, पिछले डेढ़ महीने से कर्मचारी कैश को लेकर पब्लिक का गुस्सा झेल रहे हैं। जिसमें उनका कोई दोष नहीं हैं।

14 दिसम्बर को देश की राजधानियों में यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया है। जिस तरह से कर्मचारियों को प्रॉब्लम्स झेलनी पड़ रही है उससे यह हालात बन रहे है कि जिले स्तर पर प्रदर्शन हो सकता है। पदाधिकारियों का आदेश मिलते ही प्रदर्शन करेंगे।

संजीव मेहरोत्रा, एजीएस, यूपीबीईयू