-एडीएम कम्पाउंड में फिक्स बिल पर ले रहे एसी का सुख

-बिजली विभाग ने अधिकारियों के घर पर मीटर को नहीं किया कनेक्ट

BAREILLY:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पब्लिक से कह रहे हैं कि चोरी रोकिए तो 24 घंटे बिजली मिलेगी, लेकिन बरेली में अफसरों की एक ऐसी कॉलोनी हैं, जहां चोरी की बिजली से अफसरों का घर रौशन हो रहा है। 24 घंटे एसी, कूलर और फ्रिज का सुख ले रहे हैं। वैसे तो अधिकारियों के घर प्रॉपर कनेक्शन है, लेकिन बिजली का तार पोल से मीटर में कनेक्ट होने की बजाय सीधा घरों में जा रहा है। घर के बाहर बिजली मीटर सिस्टम को मुंह चिढ़ा रहा है।

फिक्स चार्ज पर बेिहसाब बिजली

एडीएम कम्पाउंड में बिना मीटर के बिजली का यूज अधिकारी कर रहे हैं। हैरान करने वाली बात है कि बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं हैं। या फिर कहें कि अधिकारियों की हनक के चलते अनजान बने हुए हैं। चीफ इंजीनियर, एसई और एक्सईएन किसी को भी इस बात का पता नहीं कि एडीएम कम्पाउंड में नए मीटर और केबल भी लगे हैं। जबकि मीटर को लगे चार माह बीत चुके हैं। आज भी इन नए मीटर से अधिकारियों के आवासों में बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है। सूत्रों की मानें एडीएम कम्पाउंड में रह रहे अधिकारियों के मना करने पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिजली कनेक्शन नए मीटर से नहीं जोड़े हैं। क्योंकि, ऐसा होने पर उनके आवास का बिजली बिल अधिक आएगा। जबकि, ऐसे में प्रति किलोवॉट की दर से महज 350 रुपए फिक्स चार्ज हर महीने देना पड़ता है।

मीटर लगे तो दस गुना देना पड़ेगा बिल

मीटर न होने पर एक किलोवॉट का 350 रुपए से बिजली बिल हर महीने बनता है। जबकि मीटर लगे होने पर एक किलोवॉट का फिक्स चार्ज ही प्रतिमाह 90 रुपए है। ऊपर से प्रति यूनिट 5 रुपए का बिजली बिल उठता है। इस प्रकार सामान्य उपभोक्ता भी हर माह एक किलोवॉट के कनेक्शन पर महीने में करीब 3000 रुपए बिल अदा करते हैं। अधिकारियों के घर एसी, फ्रिज, कूलर, वाशिंग मशीन, अवन समेत तमाम इलेक्ट्रॉनिक इक्वीपमेंट का यूज होता है। ऐसे में, बिल भी लंबा बनाना स्वाभाविक है, लेकिन मीटर कनेक्ट न होने के चलते अधिकारी मोटा बिल जमा करने से बच जा रहे हैं।

डीएम बंगले में सुरक्षाकर्मियों ने घुसने दिया

बिजली मीटर का सच खंगालने के लिए जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के फोटोग्राफर ने डीएम बंगले में जाने का प्रयास किया, तो सुरक्षाकर्मियों ने रोका दिया। सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि वह सप्लाई वाली जगह नहीं दिखा सकते हैं। ऐसा करने पर साहब डांटेंगे।

मेरे संज्ञान में नहीं है कि एडीएम कम्पाउंड में नए मीटर और केबल लगे हैं और उसे पोल से नहीं जोड़ा गया है। मैं एसई को इस संबंध में निर्देशित करूंगा कि वह जल्द इसे देख कर मीटर से कनेक्शन जुड़वाने का काम करें।

राजकुमार अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग