-आईएएएफ और एआईयू के यूनिवर्सिटी प्लेयर्स के जारी किए नए नियम

- पुराने प्लेयर्स ने जताया आरयू प्रशासन के नए नियम का विरोध

Bareilly: यूनिवर्सिटी खेलों में नए नियमों के चलते अब नए प्लेयर्स को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा वहीं कई हुनरमंद प्लेयर्स नए नियम के चलते खेलों से बाहर भी हो गए। इस बार इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ फेडरेशन (आईएएएफ) और एआईयू (भारतीय विश्वविद्यालय संघ) ने नए रूल्स सभी यूनिवर्सिटी प्लेयर्स के लिए जारी किए हैं। नए नियम के अनुसार 25 की उम्र पार कर चुके प्लेयर यूनिवर्सिटी स्तर और नॉर्थ जोन टूर्नामेंट टीम में प्रतिभाग नहीं कर सकेंगे। अब ट्रायल में प्लेयर्स को बर्थ सर्टिफिकेट भी साथ लाना होगा। इसकी वजह से प्लेयर्स यूनिवर्सिटी प्रशासन का विरोध जताया है।

प्लेयर्स ने जताया विरोध

नियम के लागू होते ही प्लेयर्स यूनिवर्सिटी प्रशासन के विरोध में आए है। ऐसे में कई खिलाडि़यों ने तो अपना शुल्क भी वापस मांगा है, जो पहले से ही शुल्क जमा कर चुके हैं। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि कई खेलों की टीम में 25 की उम्र पार कर चुके प्लेयर्स प्रतिभाग कर रहे थे। उन्हें नए रूल्स के अनुसार मौका नहीं मिल पाएगा। अब नए प्लेयर्स को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।

दिखाना होगा बर्थ सर्टिफिकेट

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने साफ कह दिया है अगले सप्ताह से शुरू होने वाले ट्रायल में प्लेयर्स को बर्थ सर्टिफिकेट भी साथ लाना होगा। जिसमें प्लेयर्स को आधार, हाई स्कूल की मार्कशीट की एक-एक फोटो कॉपी जमा करनी होगी। इसके बाद ही प्लेयर्स को यूनिवर्सिटी की टीम में शामिल किया जाएगा। यदि जांच के बाद भी किसी खिलाड़ी की उम्र अधिक पाई जाती है तो संबंधित कॉलेजों पर जुर्माना लगाया जाएगा।

आईएएएफ और एआईयू ने सभी यूनिवर्सिटी के लिए नियमों में बदलाव किया है। इस बारे में पहले ही सभी कॉलेजेज को सूचना दे दी गई थी। अब 17 से 25 वर्ष तक के ही प्लेयर्स को प्रतिभाग करने का मौका मिलेगा।

डॉ। एके जेटली, डीन क्रीड़ा विभाग, आरयू